टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले ही कहा जा रहा था कि भारत के पास इस धरती पर पहली बार सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है. बॉल टेंपरिंग के बाद 12-12 महीने की पाबंदी झेल रहे स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की गौरमौजूदगी के चलते कंगारू टीम की बल्लेबाजी कमजोर थी और भारत ने इसका फायदा उठाते हुए एडिलेड में पहला टेस्ट जीत भी लिया.
लेकिन पर्थ में मेदजबान टीम ने जोरदार वापसी करते हुए सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया. हालांकि भारत के पास सीरीज जीतने का मौका अब भी है लेकिन टीम इंडिया पर्थ की हार के बाद अब आराम के मूड में आ गई है. मुंबई मिरर की खबर के मुताबिक पर्थ टेस्ट के बाद टीम इंडिया ने अपनी गलतियों को सुधारने की प्रैक्टिस करने की बजाय चार दिन का ब्रेक ले लिया है. यानी चार दिन तक भारतीय टीम प्रैक्टिस से दूर है. और अगर पर्थ में लंच से पहले ही मिली हार के बाद के वक्त को भी इसमें शामिल कर लिया जाए ते कह सकते हैं कि टीम इंडिया साढ़े चार दिन के आराम पर है.
बस तीन दिन की होगी प्रैक्टिस
पर्थ टेस्ट के बाद भारतीय टीम का अगला प्रैक्टिस सेशन 23 दिसंबर की सुबह ही होगा. सीरीज का तीसरा टेस्ट मेलबर्न में 26 दिसंबंर से शुरू होगा जिसे बॉक्सिंग डे डेस्ट भी कहा जाता है. पर्थ टेस्ट के बाद भारत के पास मेलबर्न टेस्ट से पहले नेट्स पर अपनी कमियों को दूर करने के लिए सात दिन का वक्त था लेकिन लगता नहीं कि भारतीय टीम के खिलाड़ी उस वक्त को काम में लाने की कोई सोच रखते हैं.
इस सीरीज में भारतीय सलामी जोड़ी बुरी तरह से से फ्लाप रही है लिहाजा इस वक्त का इस्तमाल केएल राहुल और मुरली विजय नेटेस पर प्रैक्टिस करके अपनी कमियों को दुरुस्त करके कर सकते थे. कमोबेश यही हाल अजिकंय रहाणे और ऋषभ पंत का भी है. लेकिन शायद इन्होंने यह वक्त गंवा दिया है.
शायद नेट प्रैक्टिस कप्तान कोहली और कोच शास्त्री के लिए इतनी अहमियत नहीं रखती है. और यह कोई पहला वाकिया नहीं है जब इसे नजरअंदाज किया जा रह हो. इंग्लैंड दौरे पर भी सीरीज में 1-2 से पीछे होने के बावजूद नॉटिंघम टेस्ट के बाद साउथम्टन टेस्ट से पहले भी भारत ने नेट प्रैक्टिस के लिए मिले वक्त को आराम में ही जाया कर दिया था.