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भारत-इंग्लैंड, मुंबई टेस्ट : भारत की जीत के पांच हीरो

दोहरा शतक जमाने वाले विराट बने मैन ऑफ द मैच

FP Staff

मुंबई टेस्ट में जिस तरह मैच की शुरुआत हुई थी, उसमें इंग्लैंड के लिए काफी मौके नजर आ रहे थे. इससे पहले सिर्फ दो बार कोई टीम पहली पारी में 400 या ज्यादा रन बनाकर मैच हारी थी. ऐसे में इंग्लैंड ने सबसे अच्छे मौके बनाए. लेकिन भारतीय टीम में हर मौके के लिए कोई न कोई हीरो था, जिसने भारत को जीत दिलाने मे सबसे अहम भूमिका निभाई.

हीरो नंबर 1


मुरली विजय

शुरुआत मुरली विजय से, क्योंकि सलामी बल्लेबाजी भारत के लिए सबसे बड़ी  समस्या बनी हुई थी. विजय के लिए एक पारी के अलावा सीरीज में कुछ खास नहीं था. लेकिन कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले का भरोसा उनके साथ था. विजय ने भरोसे को सच करके दिखाया. उन्होंने 136 रन बनाए. 282 गेंद की पारी में दस चौके और तीन छक्के शामिल थे. अगर मैच की दूसरी शाम भारत का स्कोर एक विकेट पर 146 था, तो इसमें बड़ा योगदान मुरली विजय का था.

हीरो नंबर 2

विराट कोहली

कई लोगों को इस पर आपत्ति होगी कि विराट को हीरो नंबर वन क्यों नहीं कहा गया. लेकिन हम मैच के लिहाज से आगे बढ़ रहे हैं. मैच पर जिस समय जिसने ज्यादा असर छोड़ा, उसके लिहाज से. विराट की पारी यकीनन क्रिकेट की बड़ी पारियों में गिनी जाएगी. उन्हें इंग्लैंड की कमजोर फील्डिंग का साथ मिला, लेकिन इससे पारी की अहमियत कम नहीं होती. विराट ने 340 गेंदों पर 235 रन बनाए. उनकी पारी में 25 चौके और एक छक्का था. विजय के साथ उन्होंने शतकीय साझेदारी की. उसके बाद जयंत यादव के साथ आठवें विकेट के लिए 241 रन जोड़े. विराट की इस पारी ने इंग्लैंड के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा. उन्हें पूरी तरह हताश कर दिया.

हीरो नंबर 3

रविचंद्रन अश्विन

अश्विन ने दोनों पारियों में मिलाकर 12 विकेट लिए. पहली पारी में 112 रन देकर छह विकेट लिए. दूसरी पारी में उनके नाम 55 रन देकर छह विकेट आए. यानी मैच में 167 रन देकर 12 विकेट. विकेट सबसे अहम होते हैं. लेकिन ये बात कहनी ही पड़ेगी कि जिस तरह की वैरायटी अश्विन ने दिखाई है, वो कमाल है. उनकी टॉप स्पिन हो या कैरम बॉल या ऑफ ब्रेक.. ऐसा किसी डॉक्टर की तरह पता है कि कौन सी दवा कितनी और कब देनी है. उस दवा ने उनके लिए परफेक्ट असर डाला.

हीरो नंबर 4

जयंत यादव

हरियाणा की तरफ से खेलने वाले इस खिलाड़ी को सीजन की सबसे बड़ी खोज माना जा सकता है. गेंदबाजी में उनका भरोसा देखते ही बनता है. बल्लेबाजी करते हुए कभी ऐसा नहीं लगता कि वो खराब शॉट खेलकर विकेट खोने वाले हैं. भरोसा भी उनमें कूट-कूट कर भरा है. मैच से पहले विराट ने उनके बारे मे कहा भी था कि अगर वो मेरी लगाई फील्ड से संतुष्ट नहीं होते, तो आकर कह देते हैं. ये जयंत यादव का भरोसा और विराट का अपनी टीम पर भरोसा दिखाता है. जयंत ने करियर का पहला शतक जमाते हुए 104 रन बनाए. नौवें नंबर पर आकर शतक जमाना उनकी काबिलियत को दिखाता है. दरअसल, उनके और विराट के बीच आठवें विकेट की 241 रन की साझेदारी थी, जिसने मैच का नतीजा एक तरह से तय कर दिया.

हीरो नंबर 5

रवींद्र जडेजा

हमने वैसे तो मैच के आगे बढ़ने के लिहाज से हीरो चुने. इस तरीके से जडेजा का नाम पहला होना चाहिए था. उन्होंने पहली पारी में 109 रन देकर चार विकेट लिए थे. लेकिन तब तक इंग्लैंड ने मैच से पकड़ नहीं खोई थी. दूसरी पारी में चौथी दोपहर जडेजा का जो स्पैल था, उसमें विकेट भले ही दो मिले हों, लेकिन असर जबरदस्त डाला. उन्होंने दिखाया कि टिपिकल भारतीय विकेट पर वो क्या कर सकते हैं.