view all

भारत-साउथ अफ्रीका तीसरा टेस्ट : चयन की गलतियों से उबरकर क्लीन स्वीप से बचना होगा टीम इंडिया को

भुवनेश्वर कुमार को उतारने का फैसला किया गया, पहले दोनों टेस्ट में खेलने वाले जसप्रीत बुमराह रहेंगे बाहर!

FP Staff

साउथ अफ्रीका दौरे पर लगातार दो टेस्ट मैचों में लचर प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम कड़ी आलोचना झेल रही है. इन दोनों टेस्ट मैचों के लिए चुनी गई इलेवन भी एक मुद्दा था. हालांकि भारतीय कोच रवि शास्त्री ने तीसरा टेस्ट मैच शुरू होने से दो दिन पहले  शुरुआती दोनों टेस्ट मैचों के लिए चुनी गई प्लेइंग इलेवन के फैसले का बचाव किया. शास्त्री ने कहा, 'भारत में आपको बहुत बदलाव की जरूरत नहीं होती क्योंकि आपको स्थानीय हालात पता होते हैं. लेकिन विदेश दौरे पर आप मौजूदा फॉर्म और इस बात पर ध्यान देते हैं कौन सा खिलाड़ी जल्दी किसी हालात में खुद को ढाल सकेगा.' जाहिर है हार से बेजार भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ बुधवार से जोहानसबर्ग में शुरू हो रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट में उतरेगी तो चयन की गलतियों से उबरकर उसका लक्ष्य सीरीज में सफाए की शर्मिंदगी से बचना होगा.

केपटाउन में पहला टेस्ट 72 रन से और सेंचुरियन में दूसरा टेस्ट 135 रन से जीतने के बाद मेजबान टीम सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी है. विराट कोहली की कप्तानी में विदेशी सरजमीं पर भारत की टेस्ट सीरीज में यह पहली हार है. इसमें 2014 में ऑस्ट्रेलिया में मिली हार शामिल नहीं है, क्योकि उस समय महेंद्र सिंह धोनी पूर्णकालिक कप्तान थे. इसके साथ ही भारत का 2015 से चला आ रहा लगातार नौ सीरीज की जीत का सिलसिला भी टूट गया. भारतीय टीम अगर 0-3 से हारती है तो भी नंबर एक टेस्ट रैंकिंग नहीं गंवाएगी. लेकिन पिछले तकरीबन डेढ़ साल में भारतीय टीम ने जिस स्थिति में दूसरी टीमों को पहुंचाया आज उसी स्थिति में वह खुद खड़ी हुई है. वह है सम्मान बचाने की लड़ाई.


अभी तक चयन को लेकर आलोचनाएं झेलने के बाद आखिरकार भुवनेश्वर कुमार को उतारने का फैसला किया गया है. पहले दोनों टेस्ट में अपने चयन से चौंकाने वाले जसप्रीत बुमराह बाहर रहेंगे. पांचों तेज गेंदबाजों ने नेट पर अभ्यास किया, जबकि भुवनेश्वर, इशांत शर्मा,  उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने जोड़ियों में बल्लेबाजी की.

भारतीय कप्तान बुधवार को एक और बदलाव कर सकते हैं. तीन दिन के ब्रेक के बाद रविवार को जब टीम यहां जुटी तब से अजिंक्य रहाणे लगातार नेट पर अभ्यास कर रहे हैं. पिछले दो दिन में उन्होंने चार लंबे अभ्यास सत्रों में भाग लिया और उनका खेलना तय लग रहा है. रोहित शर्मा चार पारियों में 78 रन ही बना सके हैं.  रहाणे की वापसी के बावजूद यह तय नहीं है कि रोहित बाहर होंगे या नहीं. भारत छह बल्लेबाजों और एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर को लेकर भी उतर सकता है.

जडेजा को मिल सकता है मौका 

कोहली ने लगातार 34 टेस्ट में कभी भी एक एकादश नहीं उतारी है. इस मैच में भी बदलाव देखने को मिलेंगे. सोमवार को आर अश्विन ने नेट पर बल्लेबाजी नहीं की, जबकि रवींद्र जडेजा ने लंबा अभ्यास किया. भारत अगर एक स्पिनर को लेकर उतारता है तो जडेजा को मौका मिल सकता है. बिना स्पिनर के छह बल्लेबाजों को लेकर उतरने पर कोहली हरफनमौला तेज गेंदबाज के रूप में हार्दिक पांड्या को उतार सकते हैं. पार्थिव पटेल का खराब फॉर्म के बावजूद खेलना तय है.

विराट कोहली के लिए मुश्किल हालात

कोहली के लिए कुल मिलाकर हालात एकदम बदल गए हैं. छह महीने पहले उन्होंने टीम को श्रीलंका पर 3-0 से जीत दिलाकर इतिहास रचा था. अब वह 3- 0 से सीरीज हारने की कगार पर खड़े हैं. अभी तक साउथ अफ्रीकी सरजमीं पर कोई भारतीय टीम 0-3 ये सीरीज नहीं हारी है. भारत 1992 से अब तक छह बार साउथ अफ्रीका का दौरा कर चुका है और 1996- 97 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में 0-2 से हारा था. 2006 के बाद से पिछले तीन दौरों पर एक टेस्ट जीतने या ड्रॉ कराने में कामयाब रहा है.

भारत एक भी मैच नहीं हारा है वांडरर्स पर

वैसे वांडरर्स पर भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है. भारत ने इस मैदान पर चार टेस्ट ( नवंबर 1992 , जनवरी 1997, दिसंबर 2006 और दिसंबर 2013 ) खेले हैं और एक भी गंवाया नहीं है. भारत ने यहां 2006 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट जीता था, जिसमें श्रीसंत ने 99 रन देकर आठ विकेट लिए थे.

11 बरस बाद भारतीय टीम उसी हरी भरी और उछाल भरी पिच पर खेलेगी. पिच क्यूरेटर बेथूएल बूथेलेजी ने रविवार को कहा था कि अब पिच पर से घास नहीं हटाई जाएगी. मैच शुरू होने में एक दिन बाकी हैं और वह अपनी बात से डिगे नहीं हैं.

साउथ अफ्रीका की नजर नंबर वन रैंकिंग पर

दूसरी ओर साउथ अफ्रीका किसी तरह की दुविधा में नहीं है. सलामी बल्लेबाज एडेन मार्करम दूसरे टेस्ट में जांघ में लगी चोट के बाद लौटेंगे. वैसे साउथ अफ्रीका अपनी बेंच स्ट्रेंथ को भी आजमा सकता है, क्योंकि उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है. वैसे सेंचुरियन टेस्ट के बाद साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ ड्यू प्लेसी ने संकेत दिए थे कि उनकी नजरें नंबर वन रैंकिंग पर हैं. इसके लिए उन्हें भारत को 3-0 से हराने के अलावा ऑस्ट्रेलिया को भी 2-0 से मात देनी होगी. ऐसे में वे समान अंतिम एकादश को भी उतार सकते हैं.

टीमें : भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा,  ऋद्धिमान साहा, हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा, उमेश यादव, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, पार्थिव पटेल

साउथ अफ्रीका : फाफ ड्यू प्लेसी (कप्तान), डील एगर, एडेन मार्करम, हाशिम अमला, तेम्बा बावुमा, थेनिस दे ब्रूने, क्विंटन डिकॉक, केशव महाराज, मोर्नी मोर्केल, क्रिस मॉरिस, वेर्नोन फिलेंडर, कैगिसो रबाडा, एंडिले फेलुकवायो, लुंगी एंगिडी, डुआने ओलिवियर

(एजेंसी इनपुट के साथ)