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भारत-साउथ अफ्रीका तीसरा वनडे : टीम इंडिया ने लगाई जीत की हैट्रिक, रचा इतिहास

विराट कोहली के शतक के बाद कुलदीप यादव तथा युजवेंद्र चहल के दम पर भारत ने साउथ अफ्रीका को 124 रनों से रौंदा

FP Staff

भारतीय टीम की नजरें पहली बार साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में तीन मैच जीतकर इतिहास रचने पर टिकी थीं. भारत ये करने में सफल रहा. उसने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत की हैट्रिक लगाई है. कप्तान विराट कोहली के सीरीज के दूसरे और करियर के 34वें शतक के बाद युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की फिरकी के जादू से भारत ने साउथ अफ्रीका को केपटाउन में तीसरे वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच में बुधवार को 124 रन से रौंदकर छह मैचों की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त बना ली.

कोहली ने 159 गेंद में 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 160 रन की पारी खेलने के अलावा सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (76) के साथ दूसरे विकेट के लिए 140 और भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 16) के साथ सातवें विकेट के लिए 7.2 ओवर में 67 रन की अटूट साझेदारी की जिससे भारत ने छह विकेट पर 303 का बड़ा स्कोर खड़ा किया.


दक्षिण अफ्रीका की टीम इसके जवाब में चहल (46 रन पर चार विकेट), कुलदीप (23 रन पर चार विकेट) और जसप्रीत बुमराह (32 रन पर दो विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने 40 ओवर में 179 रन पर ढेर हो गई. मेजबान टीम की ओर से जेपी  ड्यूमिनी (51) ही टिककर बल्लेबाजी कर पाए.

साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर रनों के लिहाज से यह भारत की सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले टीम इंडिया ने 10 अक्टूबर 2001 को सेंचुरियन में मेजबान टीम को 41 रन से हराया था. भारत ने पहली बार साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर किसी द्विपक्षीय सीरीज में तीन वनडे मैचों में जीत दर्ज की है और टीम इंडिया के पास यहां पहली बार वनडे सीरीज जीतने का मौका भी है. भारत ने इससे पहले 1992-93 और 2010-11 में साउथ अफ्रीका में किसी द्विपक्षीय सीरीज में दो वनडे जीत थे, लेकिन क्रमश: सात और पांच वनडे मैचों की ये सीरीज टीम इंडिया ने 5-2 और 3-2 से गंवाई थी.

कप्तान विराट कोहली सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ते हुए वनडे में साउथ अफ्रीका में सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. इससे पहले साउथ अफ्रीका में 2003 में तेंदुलकर ने नामीबिया के खिलाफ 152 रन की पारी खेली थी. यही नहीं बतौर कप्तान 150 रन या उससे अधिक की पारी खेलने वाले कोहली दूसरे खिलाड़ी भी बन गए हैं. इससे पहले रिकी पोटिंग ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्हीं की जमीं पर ये रिकॉर्ड बनाया था.

हालांकि भारत को पहला झटका बिना खाता खोले ही ओपनर रोहित शर्मा के रूप में लगा. रोहित रबाड़ा की गेंद पर हेनरिक क्लासन को कैच थमा बैठे. इसके बाद कोहली और धवन ने पारी को संभाला और मजबूत स्कोर तक ले गए. दोनों खिलाड़ियों के अलावा कोई भी बल्लेबाज कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाया. रहाणे 11, हार्दिक पांड्या 14, महेंद्र सिंह धोनी 10 और केदार जाधव एक रन ही बना सके. वहीं भुवनेश्वर कुमार 16 रन पर नाबाद रहे. मेजबान की ओर से जेपी ड्यूमिनी ने 60 रन पर दो विकेट हासिल किए.