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भारत-साउथ अफ्रीका दूसरा टेस्ट, पहला दिन : गेंदबाजों ने कराई टीम इंडिया की वापसी

तेज गेंदबाजों की मददगार मानी जाने वाली पिच पर अश्विन हावी, तीन विकेट चटकाए

FP Staff

टेस्ट क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं है. कभी-कभी कुछ ओवर का खेल मैच को 180 डिग्री तक मोड़ देता है. सेंचुरियन  के सुपर स्पोर्ट पार्क पर भी दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन शनिवार को यही देखने को मिला. जो खेल 80 ओवर तक दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को रास आ रहा था. वो अचानक भारत के पक्ष में मुड़ गया. पहले सत्र में बेअसर साबित होने वाले भारतीय गेंदबाजों ने रविचंद्रन अश्विन की अगुआई में आखिरी दो सत्र में अच्छी वापसी की और मेजबान टीम को परेशानी में डाल दिया. 80.5 ओवर में 256 रन पर तीन विकेट गंवाने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम ने पहले दिन का अंत 90 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 269 रनों के साथ किया.

तेज गेंदबाजों की मददगार मानी जाने वाली इस पिच पर अश्विन हावी रहे. स्टंप तक कप्तान फाफ ड्यू प्लेसी 25 और केशव महाराज 10 रन बनाकर खेल रहे हैं. पहले सत्र में बिना कोई विकेट खोए 78 रन बनाने वाली दक्षिण अफ्रीका ने दिन के दूसरे सत्र में दो और आखिरी सत्र में चार विकेट खोए.  भारतीय तेज गेंदबाज जहां इस विकेट पर प्रभावित करने में असफल रहे, वहीं अश्विन (90 रन देकर तीन विकेट) ने सफलता प्राप्त कर मार्कराम, डीन एल्गर (31) और क्विंटन डि कॉक (00) को पवेलियन की राह दिखाई.  उनके अलावा इशांत ने एक विकेट लिया. दो खिलाड़ी रन आउट हुए.


दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी. पहले सत्र में एडेन मार्कराम (94) और डीन एल्गर (31) ने मेजबानों को सधी हुई शुरुआत दी. इस जोड़ी को पहले दिन भारत के लिए सर्वाधिक तीन विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर अश्विन ने दूसरे सत्र में 85 के कुल स्कोर पर तोड़ा. एल्गर मुरली विजय के हाथों लपके गए.

उसके बाद हाशिम अमला (82) और मार्कराम ने टीम के स्कोर बोर्ड को अच्छी तरह से चलाया. मार्कराम अपने शतक से छह रन दूर थे तभी अश्विन की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों में जा समाई. मार्कराम ने 150 गेंदों की अपनी पारी में 15 चौके लगाए. एबी डिविलियर्स अपने खाते में 20 रन ही जोड़ पाए थे कि इशांत शर्मा ने उन्हें बोल्ड कर दिया. वह 199 के कुल स्कोर पर आउट हुए.

अमला दूसरे छोर पर भारतीय गेंदबाजों का अच्छे से सामना कर रहे थे, लेकिन वह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट होकर पवेलियन लौट गए. पांड्या की गेंद को अमला ने पास ही में खेला और रन लेने की कोशिश की, लेकिन पांड्या ने तेजी दिखाई और गेंद उठाकर सीधे स्टंप पर थ्रो मारी और अमला की पारी का अंत किया. अमला ने 153 गेंदों पर 14 चौके लगाए.

अश्विन ने एक बार फिर अपना जलवा दिखाया और बाएं हाथ के बल्लेबाज क्विंटन डीकॉक को खाता खोले बगैर स्लिप में भारतीय कप्तान विराट कोहली के हाथों कैच कराया. 250 के कुल स्कोर पर मेजबान टीम ने अपने पांच विकेट खो दिए थे. वर्नोन फिलेंडर क्रीज पर थे, लेकिन एक रन बाद अपनी गलती से रन आउट होकर पवेलियन लौट गए. पांड्या की गेंद फिलेंडर के बल्ले का किनारा लेकर कीपर और मिडविकेट पर खड़े फील्डर के बीच में गई और फिलेंडर बिना देखे दौड़ पड़े. दूसरे छोर पर खड़े डु प्लेसी लगातार फिलेंडर को रन लेने के लिए मना कर रहे थे. इसी हड़बड़ी के बीच पांड्या ने गेंद पार्थिव को दी, जिन्होंने फिलेंडर को पवेलियन भेजा.