सच में इस समय भारतीय टीम का बड़े से बड़ा फैन भी यही सोच रहा होगा. काश कोई चमत्कार हो जाए और सेंचुरियन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में वो ना हो जो फिलहाल साफ-साफ नजर आ रहा है, पराजय. भारत चौथे दिन 287 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी पारी में 35 रन बनाने के लिए तीन विकेट गंवा चुका है. दिन का खेल खत्म होने पर चेतेश्वर पुजारा 11, जबकि पार्थिव पटेल पांच रन बनाकर खेल रहे थे. भारत को जीत के लिए अब भी 252 रन, जबकि साउथ अफ्रीका को सात विकेट की दरकार है.
डीन एल्गर (61) और एबी डिविलियर्स (80) की शतकीय साझेदारी के दम पर साउथ अफ्रीका ने भारत को 287 रनों का लक्ष्य दिया. साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 258 रन बनाए. एल्गर और डिविलियर्स के अलावा, मेजबान टीम के लिए कप्तान फाफ ड्यू प्लेसी ने 48 रनों का अहम योगदान दिया. इस पारी में भारत के लिए मोहम्मद शमी ने सबसे अधिक चार विकेट लिए, वहीं जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट हासिल किए. इशांत शर्मा को दो सफलता मिली हैं. अश्विन भी एक विकेट लेने में सफल रहे.
एंगिडी और कैगिसो रबाडा की धारदार गेंदबाजी
पदार्पण कर रहे लुंगी एंगिडी और कैगिसो रबाडा की धारदार गेंदबाजी से साउथ अफ्रीका का दूसरे टेस्ट पर शिकंजा कस दिया है. लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने 16 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय (09) और लोकेश राहुल (04) के विकेट गंवा दिए. रबाडा की नीची रहती गेंद को विजय लेग स्टंप पर खेल गए, जबकि राहुल ने एंगिडी की गेंद पर बेहद खराब शॉट खेलकर बैकवर्ड प्वाइंट पर केशव महाराज को कैच थमाया. पहली पारी के शतकवीर कप्तान विराट कोहली भी इसके बाद 20 गेंद में पांच रन बनाने के बाद एंगिडी की गेंद पर पगबाधा हो गए. कोहली ने डीआरएस लेने का भी फैसला किया, लेकिन रीप्ले में दिखा कि गेंद सीधे मिडिल स्टंप पर टकरा रही थी और भारतीय कप्तान को पवेलियन लौटना पड़ा.
ड्यू प्लेसी और फिलेंडर के बीच अहम पार्टनरशिप
ड्यू प्लेसी ने पहले वर्नान फिलेंडर (85 गेंद में 26 रन) के साथ छठे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी की. लंच के बाद दोनों टीमों ने रक्षात्मक रवैया अपनाया. दोनों ने अपनी साझेदारी के दौरान 156 गेंदों का सामना किया. इशांत शर्मा ने 74वें ओवर में फिलेंडर को शॉर्ट गेंद पर मुरली विजय के हाथों कैच कराया. दो ओवर बाद केशव महाराज (06) भी इस तेज गेंदबाज की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे जिससे साउथ अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर 215 रन हो गया.
ड्यू प्लेसी और रबाडा ने हालांकि चाय से पहले के बाकी छह ओवरों में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा. भारत ने हालांकि हैरानी भरा फैसला करते हुए 80 ओवर के बाद दूसरी नई गेंद नहीं ली. इससे भी अधिक हैरानी इस बात से हुई की लंच से पहले तीन विकेट हासिल करने वाले मोहम्मद शमी ने लंच और चाय के बीच सिर्फ एक ओवर फेंका जो सत्र का अंतिम ओवर था.
डिविलियर्स और एल्गर के बीच 141 रन की साझेदारी
इससे पहले शमी ने पहले सत्र में तीन विकेट चटकाकर भारत को वापसी दिलाने की कोशिश की. दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 90 रन से की. एबी डिविलियर्स (121 गेंद में 80 रन) और सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर (121 गेंद में 61 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 141 रन की साझेदारी की. भारत के लिए आक्रमण की शुरुआत जसप्रीत बुमराह और इशांत ने की. बुमराह ने आक्रमण किया, जबकि इशांत ने रन गति पर अंकुश लगाने को तरजीह दी. डिविलियर्स और एल्गर ने पहले घंटे में 54 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत की. दोनों ने 167 गेंद में 100 रन की साझेदारी पूरी की. दक्षिण अफ्रीका ने 150 रन 43वें ओवर में पूरे किए.
शमी ने पलट दिया मैच का रुख
शमी ने हालांकि गेंदबाजी आक्रमण के लिए आते ही मैच का रुख पलट दिया. उनकी गेंद शुरू से ही रिवर्स स्विंग हो रही थी. शमी ने 42वें ओवर में अतिरिक्त उछाल लेती गेंद पर डिविलियर्स को विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराया. उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके जड़े. चार ओवर बाद एल्गर भी शमी की शॉर्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में डीप स्क्वायर लेग में लोकेश राहुल को कैच दे बैठे. राहुल ने हालांकि इसके बाद बैकवर्ड शॉर्ट लेग पर आर अश्विन की गेंद पर ड्यू प्लेसी का कैच टपकाया जो उस समय छह रन बनाकर खेल रहे थे.
क्विंटन डिकाक (12) को भी शमी की गेंद पर पार्थिव ने जीवनदान दिया. डिकॉक हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाए और शमी की गेंद पर लगातार तीन चौके जड़ने के बाद पार्थिव को कैच दे बैठे. साउथ अफ्रीका ने 39 गेंद में 19 रन के भीतर तीन विकेट गंवाए जिससे उसका स्कोर दो विकेट पर 144 रन से पांच विकेट पर 163 रन हो गया. ड्यू प्लेसी और फिलेंडर ने इसके बाद टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया.
(एजेंसी इनपुट के साथ)