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भारत-इंग्लैंड टेस्ट: जीत से आठ विकेट दूर टीम इंडिया

इंग्लैंड को 90 ओवर में और 318 रन बनाने हैं, भारत को 8 विकेट चाहिए...

Shailesh Chaturvedi

विशाखापत्तनम: चौथे दिन की दोपहर एलिस्टर कुक और हसीब हमीद बैटिंग कर रहे थे. इंग्लैंड के लिए मैच बचाना ही चुनौती थी.


स्टेडियम में कुछ लोग उबासियां ले रहे थे. कुछ सो गए थे. कुछ स्टेडियम से बाहर निकल गए थे. लेकिन सबको पता था कि वह भी टेस्ट की खूबसूरती है, जब दो लोग बगैर रन बनाए सिर्फ और सिर्फ मैच बचाने के लिए खेलें.

कुछ समय बाद अश्विन और रवींद्र जडेजा को छोर बदलकर गेंदबाजी के लिए लगाया गया. अचानक सब बदला-बदला दिखा. अश्विन ने हमीद को आउट किया. जडेजा ने दिन के आखिरी ओवर में कुक को आउट किया.

यह भी टेस्ट की ही खूबसूरती है, जहां अचानक हालात बदल जाते हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच जब चौथे दिन का खेल खत्म हुआ तो इंग्लैंड की दूसरी पारी का स्कोर 87 पर दो था.

मैच बचाने के लिए  अब इंग्लैंड की सबसे बड़ी उम्मीद रूट हैं जो 5 रन पर खेल रहे थे. कप्तान एलिस्टर कुक 54 और हसीब हमीद 25 रन बनाकर आउट हो चुके हैं. पांचवें दिन लंच से पहले ही भारत को डकेट और मोईन अली के रूप में विकेट मिले.

पांचवें दिन ऐसा टारगेट पाना मुश्किल

इंग्लैंड के सामने टारगेट 318 रन और बनाने का है. 90 ओवर का खेल बाकी है. भारतीय टीम दूसरी पारी में 204 पर आउट हुई और इग्लैंड के सामने 405 रन का लक्ष्य रखा. पांचवें दिन इस तरह का टारगेट पाना कितना मुश्किल होता है, हर किसी को पता है. ऐसे में भारत सीरीज में 1-0 की बढ़त लेने के लिए उतरेगा.

इंग्लैंड ने जिस तरह शुरुआत की थी, उससे उनके बगैर कोई विकेट खोए दिन खत्म करने की उम्मीद बंध गई थी। बेबी बॉयकॉट कहे जाने वाले हमीद ने 144 गेंद यानी 24 ओवर खेलकर 25 रन बनाए.

जिस गेंद पर वह आउट हुए, उसमें ज्यादातर बल्लेबाजों के बचने की उम्मीद नहीं बंधती. गेंद जमीन से उठी ही नहीं. ऐसे में अगर स्टंप की लाइन में गेंद हो, तो बचने का मौका कम होता है.

कुक सावधानी से खेल रहे थे. लेकिन बीच-बीच में रन बढ़ाने का काम भी जारी था. जडेजा की गेंद पर मात खाने से पहले वह पूरी तरह आश्वस्त और विश्वस्त नजर आ रहे थे.

चौथे दिन की शुरुआत इंग्लैंड के नाम

इससे पहले, चौथे दिन की शुरुआत इंग्लैंड के नाम रही. खासतौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड के नाम. उनके बाएं पैर में तकलीफ है. इसके बाद तीसरे टेस्ट में खेलने को लेकर संदेह है. लेकिन ब्रॉड की गेंदबाजी में जबरदस्त धार दिखाई दी.

खासतौर पर लेग कटर, जिसने सभी बल्लेबाजों को तकलीफ मे डाला. भारत ने दिन का खेल 98 पर तीन से शुरू किया था. चार ओवर बाद ही ब्रॉड ने रहाणे को पैवेलियन भेज दिया. दस रन के बाद बारी अश्विन की थी.

यहां से आदिल रशीद ने दबदबा जमाया और ऋद्धिमान साहा को आउट कर दिया. फिर सबसे बड़ा विकेट मिला. टेस्ट में दूसरे शतक की तलाश कर रहे विराट कोहली स्लिप में बेहतरीन कैच की वजह से पैवेलियन लौटे.

विराट ने 81 रन की पारी खेली. विराट ही थे, जिन पर सारा दारोमदार था. उन्होंने आक्रामक अंदाज अपनाया. कई दर्शनीय शॉट खेले. उन्होंने 81 रन बनाए. विराट के बाद ऐसा लगा कि पारी जल्दी सिमट जाएगी.

लेकिन पहला टेस्ट खेल रहे जयंत यादव ने लगातार दूसरी पारी में डटकर बैटिंग की. दूसरे छोर पर शमी ने उनका साथ दिया, जिन्होंने अपनी 19 रन की पारी में दो छक्के भी लगाए. आखिरी विकेट के रूप में जब शमी पैवेलियन लौटे, तो दूसरे छोर पर खड़े जयंत यादव 27 पर नॉट आउट थे.