तीन जुलाई से भारत के इंग्लैंड दौर की शुरुआत होने वाली है. भारतीय टीम वहां तीन टी20, तीन वनडे और पांच टेस्ट खेलेगी. भारतीय टीम के लिए ये दौरा बेहद अहम अहम माना जा रहा है खासकर कि कप्तान विराट कोहली के लिए. किसी भी कप्तान के लिए इंग्लैंड को उसी की सरजमीं पर हराना बड़ी उपलब्धी माना जाता है. ये जीत और भी खास हो जाती है जब ये जीत क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर मिले.
भारत को लॉर्ड्स के मैदान पर पहली जीत आज के ही दिन यानि 10 जून साल 1986 में मिली थी. कपिल देव की अगुवाई में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराकर इतिहास रचा था. उस मैच से पहले भारत ने लॉर्ड्स पर 10 टेस्ट खेले थे लेकिन किसी में भी उसे जीत हासिल नहीं हुई थी.
1986 में भारतीय टीम जब इंग्लैंड दौरे पर गई थी तो पहले ही टेस्ट मैच में ऐसी अप्रत्याशित जीत मिल जाएगी, यह किसी ने नहीं सोचा था. इस मैच में इंग्लिश टीम ने पहली पारी में ग्राहम गूच के 114 रन के सहारे 294 रन बनाए थे. भारत के लिए चेतन शर्मा ने 64 रन देकर पांच विकेट लिए थे.
जवाब में भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी 341 रन पर समाप्त की. भारत के लिए दिलीप वेंगसरकर ने नाबाद 126 और मोहिंदर अमरनाथ ने 69 रन की शानदार पारियां खेलीं. भारतीय टीम को पहली पारी के आधार पर 47 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हुई.
जबकि कपिल देव (4/52) और मनिंदर सिंह (3/9) के आगे इंग्लैंड के बल्लेबाज दूसरी पारी में 180 रन पर ही सिमट गए.ऐसे में भारत के पास मैच जीतने का बेहतरीन मौका था और उन्होंने दूसरी इनिंग में 5 विकेट खोकर 136 रन का लक्ष्य हासिल करते हुए इतिहास रच दिया. इस बार पहली पारी के शतकवीर वेंगसरकर ने 33 रन, सुनील गावस्कर ने 22, रवि शास्त्री ने नाबाद 20 रन और कप्तान कपिल देव ने नाबाद 23 रन की पारयां खेलीं. भारत की इस ऐतिहासिक जीत का हीरो कप्तान कपिल देव को चुना गया था.