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भारत-इंग्लैंड, कटक वनडे: युवी-धोनी का कमाल, मैच और सीरीज भारत के नाम

भारत ने 15 रन से जीता दूसरा वनडे, तीन मैच की सीरीज में 2-0 से आगे

FP Staff

पुणे में स्कोर 63 पर चार था. भारत 350 रन चेज करने में कामयाब रहा. कटक में स्कोर 25 पर तीन था. 381 रन बनाने में कामयाबी पाई. ऐसा स्कोर था, जिस पर जीत मिलने की उम्मीद की जाती है. भारत को जीत मिली भी. 15 रन से जीत.

जश्न के बीच याद आएगी युवराज की वो पारी, जिसने पुराने युवी की याद दिला दी. धोनी की वो पारी, जिसने दिखाया कि ‘इंटेलिजेंट’ क्रिकेटर का क्या मतलब होता है. लेकिन इस जश्न के बीच ऑइन मॉर्गन की पारी को भी याद जरूर रखिएगा, जिन्होंने युवराज और धोनी की तरह शतक जमाया.


फर्क ये रहा कि भारतीय जोड़ी का शतक जीत दिलाने में कामयाब रहा. मॉर्गन के शतक के बावजूद टीम मैच हारी. तीन मैचों की सीरीज भी हार गई. भारत 2-0 से आगे है. अब आखिरी मैच रविवार को खेला जाना है.

मैच में युवी-माही की जोड़ी ने तो धमाल किया है. दो और बड़े फर्क रहे. पहला, भारतीय स्पिनर अश्विन और रवींद्र जडेजा. दूसरा, ओस. आशंका थी कि ओस बड़ा रोल अदा करेगी. लेकिन बाराबती स्टेडियम पर ओस ने इंग्लैंड को धोखा दिया और भारत का साथ दिया. नतीजा यह रहा कि जडेजा ने दस ओवर में सिर्फ 45 रन दिए. अश्विन ने दस ओवर में रन तो 65 दिए, लेकिन तीन अहम विकेट उनके हिस्से आए.

जडेजा ने जैसन रॉय का विकेट लिया, जिन्होंने 82 रन बनाए. अश्विन ने जो रूट का बेहद अहम विकेट लिया. रूट ने 54 रन बनाए. उस वक्त रूट और रॉय की साझेदारी भारत को परेशानी में डालती दिख रही थी. साथ में अश्विन को स्टोक्स और बटलर के विकेट भी मिले. इनके बाद थोड़ी देर मोईन अली ने संघर्ष किया. नहीं तो मॉर्गन पूरी तरह अकेले पड़ जाते. मॉर्गन ने अपना काम बखूबी निभाया, लेकिन अकेला उनका होना काफी नहीं था. ओवर खत्म हुए, तो इंग्लैंड आठ विकेट पर 366 रन पर था यानी भारतीय स्कोर से 15 रन पीछे.

इससे पहले युवराज सिंह ने छह साल बाद अपना पहला वनडे शतक जड़ते हुए पुराने जोड़ीदार महेंद्र सिंह धोनी (134) के साथ इंग्लैंड के खिलाफ चौथे विकेट के लिए 256 रनों की साझेदारी कर भारत को 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 381 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया. यह इंग्लैंड के खिलाफ किसी भी टीम का तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है. साथ ही यह भारत का इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा सर्वोच्च स्कोर है.

टॉस हारने के बाद भारत ने इंग्लैंड द्वारा बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर 25 रनों पर ही अपने तीन विकेट खो दिए थे. लोकेश राहुल (5), शिखर धवन (11) और कप्तान कोहली (8) पवेलियन लौट चुके थे.

इसके बाद युवराज और धोनी की अनुभवी जोड़ी ने अपनी कुशलता का परिचय देते हुए टीम को मजबूती प्रदान किया. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38.2 ओवरों में 6.67 की औसत से रन जोड़े. यह एकदिवसीय क्रिकेट में चौथे विकेट के लिए अभी तक की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है.

युवराज का यह एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर भी है. शुरुआत में धीमी बल्लेबाज कर रहे धोनी ने अंतिम ओवरों में रफ्तार पकड़ी. उन्होंने 43वें ओवर की दूसरी गेंद पर छक्का मारते हुए एकदिवसीय में 200 छक्के अपने नाम दर्ज किए.  यह किसी भी भारतीय द्वारा इस प्रारूप में लगाए गए सबसे ज्यादा छक्के हैं. इस मैच में उन्होंने 122 गेंदें खेलते हुए 10 चौके और छह छक्के जड़े. उनके नाम अब 203 छक्के दर्ज हो गए हैं.

धोनी 48वें ओवर की आखिरी गेंद पर आउट हुए. उन्हें लियम प्लंकट ने डेविड विले के हाथों कैच कराया. हार्दिक पंड्या (नाबाद 19) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 16) ने टीम को 381 के आकंड़े तक पहुंचाया. इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स ने चार विकेट लिए. प्लंकेट को दो विकेट मिले.