view all

भारत ऑस्ट्रेलिया तीसरा वनडे: इंदौर के मैदान पर सीरीज जीतने उतरेगा भारत

पांच मैचों की सीरीज में भारत 2-0 से आगे है

Bhasha

भारत इंदौर के मैदान पर जब रविवार को उतरेगा तो उसका मकसद सीरीज अपने नाम करना होगा. इसके अलावा आईसीसी रैंकिंग में फिर से नंबर एक पर काबिज होने के इरादे से मैदान पर उतरेगी.

भारत ने चेन्नई में बारिश से प्रभावित पहले मैच में डकवर्थ लुईस पद्धति से 26 रन से जीत दर्ज की थी. कोलकाता में दूसरे मैच में उसने अपने कम स्कोर क बचाव करके ऑस्ट्रेलिया को 50 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 2—0 की बढ़त हासिल की. अब भारत उस होल्कर स्टेडियम में उतरेगा जिस पर इससे पहले वह न कभी टॉस हारा है और ना ही मैच.


मौसम जरूर भारत का मजा कुछ किरकिरा कर सकता है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से देश के इस भाग में बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने कुछ समय के लिए बारिश होने की संभावना जताई है. अगर मौसम पर गौर नहीं किया जाए तो भी भारत के लिए यह आसान नहीं होगा क्योंकि आस्ट्रेलियाई वापसी करके सीरीज में वापसी की हर मुमकिन कोशिश करेगी.

भारत के पास मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप है. सदाबहार कोहली के अलावा वनडे में बड़ी पारियां खेलने में माहिर रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी जैसा 'सुपर फिनिशर' शामिल है. लेकिन इस सीरीज में भारत के गेंदबाजों ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. भुवेनश्वर कुमार अपनी स्विंग और तेजी से, जसप्रीत बुमराह अपनी यार्कर और बड़ी चालाकी से की गई धीमी गेंदों से तो आलराउंडर हार्दिक पंड्या अपनी उछाल वाली गेंदों से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की परीक्षा ले रहे हैं.

यह भी पढ़े- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, तीसरा वनडे: क्या हो सकती है टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन

स्टीव स्मिथ की टीम के लिए सबसे बड़ा सरदर्द कलाई के दो स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव बने हुए हैं. इन दोनों में भी विविधता है. चहल अगर लेग स्पिनर हैं तो कुलदीप चाइनामैन गेंदबाज. ईडन गार्डन्स पर पिछले मैच में कुलदीप ने हैट्रिक लेकर ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम की कमर तोड़ दी थी जिससे भारत अपने 252 रन के स्कोर का सफलतापूर्व बचाव करने में सफल रहा. आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज अभी तक इन दोनों की बलखाती गेंदों का जवाब नहीं ढूंढ पाए हैं. चहल और कुलदीप ने पहले दो मैचों में पांच — पांच विकेट लिए हैं और होल्कर स्टेडियम की पिच तैयार करने वाले क्यूरेटर की मानें तो यहां के विकेट से परंपरागत नहीं बल्कि कलाईयों के स्पिनरों को ही मदद मिलेगी. मतलब ऑस्ट्रेलिया को चेन्नई और कोलकाता के बाद इंदौर में भी राहत नहीं मिलेगी.

मध्यक्रम में केवल कप्तान स्टीव स्मिथ ही आत्मविश्वास से खेल पाए हैं जबकि ट्रेविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल और मैथ्यू वेड के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है. आलराउंडर मार्कस स्टोइनिस ने जरूर उम्मीदें जगाई हैं और बाकी ऑस्ट्रेलियाई उनसे प्रेरणा लेने की कोशिश करेंगे. वैसे पूरी संभावना है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लाइनअप में  बदलाव हो सकता है.

ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने बल्लेबाजों से अच्छा प्रदर्शन किया है. पिछले मैच में कोहली की 92 रन की पारी से भारत बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था लेकिन गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को अच्छी वापसी दिलाई थी. नाथन कूल्टर नाइल और केन रिचर्डसन उम्मीदों पर खरे उतरे हैं लेकिन स्पिन विभाग ऑस्ट्रेलिया की चिंता बना है जिसमें एडम जंपा और एशटन एगर दोनों ही अब तक अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाए है.