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भारत और साउथ अफ्रीकी टीम ने केपटाउन में पानी की समस्या से निपटने के लिए दान दिया

शहर में पानी की बोतल पहुंचाने और बोरवेल बनवाने के लिए दिए साढ़े आठ हजार डॉलर

FP Staff

भारत के किसी भी शहर में जाइए, आपको टैंकर और उसके सामने लगी कतारें दिखाई देंगी. पानी भरने के लिए बाल्टियां लिए लोग कतारों में लगे होंगे. ये नजारे हमारे लिए बहुत आम हैं. लेकिन अब इसी तरह के नजारे साउथ अफ्रीका के शहर केपटाउन में देखने को मिल रहे हैं. केपटाउन दक्षिण अफ्रीका के खूबसूरत शहरों में गिना जाता है. लेकिन इस वक्त वो पानी के गहरे संकट से जूझ रहा है. शहर में पानी की बोतल पहुंचाने और बोरवेल बनवाने के लिए भारतीय और साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने लगभग साढ़े आठ हजार डॉलर दान किए हैं

टी-20 सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली और साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ डुप्लेसी ने 1,00,000 रैंड (साउथ अफ्रीकी करेंसी ) ‘द गिफ्ट ऑफ दी गिवर्स फाउंडेशन’ को दान में दिए. यह अफ्रीकी महाद्वीप का सबसे बड़ा आपदा राहत संगठन है.


भारतीय टीम को नहाने के लिए मिले थे महज दो मिनट

भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले दिनों अपने साउथ अफ्रीका दौरे के समय केपटाउन में पहला टेस्ट खेला था. उस समय दोनों टीमों के लिए भी साफ आदेश था कि वे दो मिनट से ज्यादा शॉवर का इस्तेमाल न करें. भारतीय टीम से कहा गया था कि आपको नहाने के लिए महज दो मिनट मिलेंगे.

लेवल 6 वॉटर क्राइसिस अलर्ट घोषित 

केपटाउन में पिछले साल बरसात नहीं हुई है. इसलिए लेवल 6 वॉटर क्राइसिस अलर्ट घोषित किया गया है. इसका मतलब यह है कि पीने के पानी को पूल, पौधे वगैरह के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. इस नियम को तोड़ने पर जुर्माना दस हजार रैंड यानी करीब 51 हजार रुपए है. शहर में तय कर दिया गया है कि हर व्यक्ति को प्रति दिन सिर्फ 87 लीटर या हर महीने दस हजार लीटर पानी मिलेगा. दिलचस्प बात यह है कि केपटाउन दोनों तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है. यानी हर तरफ पानी दिखने के बावजूद यहां लोगों के पास इस्तेमाल करने के लिए या पीने के लिए पानी नहीं है.

(फोटो-साभार एएनआई)

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