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आखिर क्यों है बीसीसीआई को विनोद राय के 70वें जन्मदिन का इतनी बेसब्री से इंतजार...

सुप्रीम को के आदेश के बाद बीसीसीआई का कामकाज देख रहे विनोद राय के साथ बीसीसीआई के अधिकारियों के हैं बड़े मतभेद

FP Staff

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासकों की समिति के यानी सीओए के मुखिया के तौर पर विनोद राय एक साल से ज्यादा वक्त से बीसीसीआई का कामकाज देख रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बोर्ड के संविधान और कामकाज को लोढ़ा कमेटी के मुताबिक बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी लेकिन इसी दौरान बीसीसीआई के रोजमर्रा के कामकाज मे उनकी दखलंदाजी के चलते कई बार उनके और बोर्ड के अधिकारियों के बीच टकराव के हालात पैदा हुए हैं.

अगले महीने की 23 तारीख को विनोद राय 70 साल के होने जा रहे हैं. 23 मई को आने वाले विनोद राय के 70वें जन्मदिन का बोर्ड के अधिकारी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि लोढ़ा कमेटी की  सिफारिशों के मुताबिक बीसीसीआई का कोई भी प्रशासक 70 साल की आयु पार करने के बाद बोर्ड में किसी पद पर नहीं रह सकता है. इसी नियम के तहत शरद पवार को मुंबई क्रिकेट ऐसोसिएशन के मुखिया के पद  इस्तीफा देना पड़ा था. निरंजन शाह और श्रीनिवासन जैसे बोर्ड के पुराने दिग्गज अधिकारियों को भी बोर्ड की मीटिंग में हिस्सा लेने से रोका गया है.


ऐसे में सवाल है कि क्या विनोद राय 70 साल पूर करने के बाद भी अपने पद पर बने रहेंगे या फिर नैतिकता के आधार पर अपना पद छोड़ देंगे. और अगर छोड़ देंगे तो फिर उनकी जगह किसकी नियुक्ति होगी क्योंकि इससे पहले सीओए के दो सदस्यों रामचंद्र गुहा विक्रम लिमये के इस्तीफा देने के बाद अब तक उनके जगह किसी दूसरे व्यक्ति की नियुक्त नहीं हो सकी है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबरे के मुताबिक विनोद राय के करीब सूत्रों का कहना है कि वह इस मसले पर इस्तीफा देने की बजाय सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करके दिशा निर्देश देने की मांग करेगें.

बीसीसीआई के मामले में सुप्रीम कोर्ट में अगली तारीख एक मई की है. सीओए ने कोर्ट में जमा कराई सातवीं स्टेटस रिपोर्ट में बोर्ड के मौजूदा अधिकारियों कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, सैक्रेटरी अमिताभ चौधरी और कोषाधयक्ष अनिरुद्ध चौधरी को हटाकर बोर्ड के नए चुनाव कराने का आदेश देने का मांग की है. ऐसे में दखना होगा कि इस तारीख में सुप्रीम कोर्ट बोर्ड के इन अधिकारियो के अलावा विनोद राय के भविष्य पर क्या फैसला लेता है.