इस शनिवार से शुरू हो रहा है महिला क्रिकेट का महाकुंभ. आईसीसी महिला विश्व कप के बारे क्या है जरुरी बातें जो आपको पता होना चाहिए. बता रहा है फर्स्टपोस्ट.
इतिहास
- महिला विश्व कप का यह ग्यारहवां संस्करण इंग्लैंड में हो रहा है. पहला विश्व कप भी इंग्लैंड में 1973 में हुआ था. पुरुष विश्व कप से दो साल पहले. पिछले 10 सत्र में यहां भी ऑस्ट्रेलिया का दबदबा रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने यह खिताब रिकॉर्ड 7 बार जीता है इसके बाद इंग्लैंड जिसने 2 बार इस खिताब पर कब्जा जमाया. न्यूजीलैंड ने एक बार विश्व कप जीता है.
- भारत का सबसे प्रभावी प्रदर्शन 2005 में रहा. भारतीय टीम ने इस साल विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया था. फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 98 रनों से हराया था. यही टीम 2009 में तीसरे स्थान पर रही. 2013 को छोड़कर भारत ने हर संस्करण के टॉप फोर में जगह बनाई है.
- भारतीय कप्तान मिताली राज का यह पांचवां विश्व कप है. भारतीय तेज गेदबाज झूलन गोस्वामी का भी यह चौथा विश्वकप है. दोनों 34 साल की हैं. दोनों खिलाड़ियों का यह आखिरी विश्वकप हो सकता है.
2017 विश्व कप
- इस विश्वकप में टॉप आठ टीमें हिस्सा ले रही हैं. राउंड रोबिन फॉरमेट (लीग राउंड) के तहत सभी टीमें एक एक बार सभी टीमों से खेलेंगी. कुल मिलाकर 31 मैचों के बाद टॉप चार टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी.
- लीग मैच डर्बी, लीस्टर, ब्रिस्टल और टांटन में होंगे. टूर्नामेंट का फाइनल लॉर्डस में खेला जाएगा.
- इस विश्वकप को सबसे ज्यादा दर्शकों के देखने की उम्मीद है. सभी मैचों की लाइव स्ट्रीमिंग होगी.
- सेमीफाइनल, फाइनल को मिलाकर कुल 10 मैच टीवी पर दिखाए जाएंगे. शनिवार को होने वाला भारत इंग्लैंड मुकाबला भी टीवी पर दिखाया जाएगा.
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क्या नए बदलाव है?
- सभी आठ टीमों को एक द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थी. टॉप चार टीमों को सीधे प्रवेश मिला वहीं बाकी चार टीमों को क्वालिफायर खेलने थे. भारत टॉप चार में जगह नहीं बना पाया और उसे क्वालिफायर खेलने पड़े. आईसीसीडब्ल्यू की यह कोशिश थी कि सभी टीमों का बराबरी के मैच खेलने का मौका मिले.
- यह पहली बार होगा कि महिला अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंट में डीआरएस और स्पाइडर कैम का प्रयोग किया जाएगा.
जीत की कीमत
आईसीसी के 2006 में महिला क्रिकेट को अपने हाथों में लेने के बाद यह तीसरा विश्व कप है. 2017 की इनामी राशि को इस साल 20 लाख कर दिया. यह रिकॉर्ड बढ़ोतरी 2013 के विश्वकप की इनामी राशि का 10 गुना है.
टीमों की मजबूती
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीमों में माना जा रहा है. उसके अलावा मेजबान इंग्लैंड भी दिग्गजों की पसंद है. 18 वनडे मैचों में से 16 जीतने वाली भारतीय टीम से भी उम्मीद हैं.
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया की टीम संतुलित है. उसने टीम में आमांडा जेड वैलिंगटन और ऑल राउंडर ऐशले गार्डनर को जगह दी है. साथ ही टीम में एलिस पेरी जैसी ऑल राउंडर है. कप्तान मेग लेनिंग टीम को एक बार फिर खिताब जिता सकती हैं.
न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड ने विश्वकप के चार फाइनल खेले हैं पर एक ही बार टीम खिताब जीत पाई है. सूजी बेट्स की कप्तानी में खेल रही टीम इस बार खिताब जीतने चाहेगी. ली ताहुहु की गेंदबाजी और मिडल ऑडर में सोफी डीवाइन की घातक बल्लेबाजी टीम को जीत दिला सकती है.
भारत
अपने पिछले दो टूर्नामेंट को जीतने का बाद भारतीय टीम अपनी तैयारियों से संतुष्ट है. हालांकि टीम को विश्वकप क्वालिफायर खेलने पड़े थे. टीम अब सिर्फ कप्तान मिताली राज और झूलन गोस्वामी पर निर्भर नहीं है. टीम में हरमनप्रीत कौर और शिखा पांडेय जैसे युवा खिलाड़ी हैं जो अपने बलबूते टीम को जीत दिला सकते हैं.
इंग्लैंड
अपने दिग्गज खिलाड़ी चार्लोट एडवर्ड और लीडिया ग्रीनवे के जाने का बाद से इंग्लैंड की टीम मुश्किलों का सामना कर रही है. हेदर नाइट की टीम को हालांकि घरेलू मैदानों पर खेलने का फायदा मिलेगा. टीम को टी20 विश्वकप की प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहीं एन्या श्रबसोल से उम्मीदें होंगी. टीम में महीनों बाद वापसी कर रही सारा टेलर से भी टीम को उम्मीदें होंगी.
वेस्ट इंडीज
टी20 विश्व कप में सबको चौंका कर चैंपियन बनने वाली वेस्ट इंडीज अभी तक वनडे में प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाई है. फिर भी, ऑलराउंडर स्टेफनी टेलर के साथ जो 2016 के आईसीसी टीम की कप्तान के तौर पर नामित किया गया था टीम अच्छा प्रदर्शन करना चाहेगी. टीम में हैली मैथ्यूज और डायंड्रा डॉटिन जैसी प्रतिभाएं हैं जिनसे उम्मीदें हैं.
साउथ अफ्रीका
मैरिज़ेन केप और शाबानिम इस्माइल की मजबूत गेंदबाजी के साथ, दक्षिण अफ्रीका किसी भी टीम को हरा सकता है. उनकी बल्लेबाजी 18 वर्षीय लौरा वोलवार्ड्ट पर निर्भर करती है जिसके दम पर वह सेमीफाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेंगे.
पाकिस्तान
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेजी से सुधार करने वाली टीमों में से एक है पाकिस्तान. वेस्ट इंडीज़ को वॉर्मअप मैच में जैसे पाकिस्तान ने हराया उससे उसने दिखा दिया कि वह कमजोर टीम नहीं है. यदि परिस्थितियों स्पिनरों के पक्ष में होती हैं तो चाहिए सना मीर की टीम मजबूत दावेदार बनकर सामने आ सकती है.
श्रीलंका
श्रीलंका 2013 के विश्व कप के अपने प्रदर्शन को किसी भी टूर्नामेंट में दोहरा नहीं पाई है. नए कोच हेमंत देवप्रिया के साथ इनोक राणावीरा की टीम को अच्छा प्रदर्शन करना होगा. टीम के लिए अच्छी खबर यह कि पूर्व कप्तान शशिकला सिरीवर्दने चोट के बाद वापसी के कर रही हैं.