view all

आईसीसी महिला विश्व कप: इंग्लैंड की कड़ी चुनौती तोड़ पाएगी भारतीय टीम

भारत के लिए मेजबान भारत को कड़ी चुनौती माना जा रहा है

IANS

भारतीय टीम का पहला मैच 24 जून को इंग्लैंड के साथ होगा. इंग्लैंड इस खिताब पर तीन बार कब्जा जमा चुकी है और इसके अलावा, उसे मेजबान टीम होने के नाते घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलना तय है. हालांकि भारत के मौजूद फॉर्म को देखते हुए मेजबान आराम से नहीं बैठ सकता.

भारत का हाल में प्रदर्शन अच्छा रहा है. उसने साउथ अफ्रीका में चार देशों के टूर्नामेंट में मेजबान देश को आठ विकेट से हराकर खिताब जीता था. मिताली राज की अगुवाई वाली टीम इंग्लैंड के खिलाफ भी ऐसा प्रदर्शन बरकरार रखकर जीत के साथ अपने अभियान का आगाज जीत के साथ करना चाहेगी.


भारत अभी तक कभी विश्व कप नहीं जीत पाया है. उसने इस बार क्वालिफायर के जरिए टूर्नामेंट में भाग लेने वाली आठ टीमों में अपना नाम लिखवाया.

मिताली के रूप में भारत के पास सबसे अनुभवी खिलाड़ी है. मिताली हाल में 100 वनडे में अपनी टीम की अगुवाई करने वाली दुनिया की तीसरी खिलाड़ी बनी थी. उन्होंने लगातार छह मैचों में अर्धशतक जमाए और अपनी इस फॉर्म को वह यहां भी बरकरार रखना चाहेंगी. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप अभ्यास मैच में भी 85 रन की पारी खेली थी जिसमें भारत ने 109 रन से जीत दर्ज की थी.

भारत के पास टॉप ऑर्डर में दीप्ति शर्मा और पूनम राउत के रूप में अच्छी सलामी जोड़ी है. इन दोनों ने चार देशों के टूर्नामेंट में रिकॉर्ड 320 रन की साझेदारी की थी.

पूनम ने दोनों अभ्यास मैचों में भी अच्छा प्रदर्शन किया था. स्मृति मंदाना ने चोट से उबरने के बाद वापसी की है जिससे भारतीय बल्लेबाजी को मजबूती मिली है. इसके अलावा मोना मेशराम, हरमनप्रीत कौर और वेदा कृष्णमूर्ति के रूप में भारत के पास अच्छी बल्लेबाज हैं.

भारतीय स्पिनरों को हालांकि अहम भूमिका निभानी होगी जिसकी अगुवाई एकता बिष्ट करेंगी. उनके अलावा टीम में राजेश्वरी गायकवाड़ और पूनम यादव भी उपयोगी स्पिनर हैं. दीप्ति शर्मा जरूरत पड़ने पर स्पिनर की भूमिका निभा सकती हैं.

हालिया प्रदर्शन की बात है तो भारत ने अपनी पिछली चारों वनडे श्रृंखलाएं आसानी से जीती. उसने श्रीलंका और वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया और फिर दक्षिण अफ्रीका को क्वालिफायर और चार देशों के टूर्नामेंट में पराजित किया. इस दौरान भारत ने जो 17 मैच खेले उनमें से 16 में उसने जीत दर्ज की.

जहां तक दो बार के चैंपियन इंग्लैंड की बात है तो उसे खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. वह भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है. इंग्लैंड ने इससे पहले दोनों अवसरों जब विश्व कप की मेजबानी की तब वह चैंपियन बना. अनुभवी सराह टेलर ने लंबे ब्रेक के बाद वापसी की है.

उनके अलावा इंग्लैंड के पास कप्तान हीथर नाइट, कैथरीन ब्रंट, लौरा मार्श और अन्या श्रबसोले के रूप में अच्छी अनुभवी खिलाड़ी हैं. लारेन विनफील्ड और टैमी ब्यूमोंट टीम को अच्छी शुरुआत दिलाती रही हैं जबकि जेनी गुन के रूप में उसके पास बेहतरीन ऑलराउंडर हैं.

दिन के अन्य मैच में न्यूजीलैंड का सामना श्रीलंका से होगा. टूर्नामेंट में आठ टीमें भाग ले रही हैं और वे राउंड रोबिन आधार पर एक दूसरे से भिड़ेंगी.