view all

महिला क्रिकेट विश्व कप : एकता की फिरकी बनेगी भारत के लिए जीत की चाभी !

भारतीय स्पिनर ने पाकिस्तान के खिलाफ जीत में दी थी अहम भागीदारी

Riya Kasana

एक ऐसा मैच जहां भारत को पाकिस्तान से बदला लेना था, जहां हर भारतीय फैन भारत की जीत की ज्यादा पाकिस्तान की हार की कामना कर रहा था. उसी मैच में भारत ने पाकिस्तान को अब तक का सबसे कम लक्ष्य दिया. भारत का टॉप ऑडर फ्लॉप रहा. 170 का लक्ष्य लड़ाई लड़ने लायक तो थी पर भारतीय बल्लेबाजी के लिए सम्मानजनक नहीं. पहला ओवर झूलन गोस्वामी कराने के बाद कप्तान ने टीम की सबसे अनुभवी स्पिनर एकता बिष्ट को गेंद थमाई और एकता  पाकिस्तान को अपने पहले ही ओवर में जरूरी झटका देकर मिताली के विश्वास पर खरी उतरी .

उसके बाद एकता नाम की फिरकी में पाकिस्तान के बल्लेबाज उलझ कर रह गए और उस जाल से अंत तक बाहर नहीं निकल पाए. भारत ने कम स्कोर के इस मैच नाम को 95 रनों से अपने नाम कर लिया. एकता 10 ओवर में महज 18 रन देकर उन्होंने पांच विकेट लिए और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बनी.


आज डायना एड्लजी, शुभांगी कुलकर्णी, नीतू डेविड, दीपा मराठे और नूशिन अल खादीर के साथ गिना जा सकता है. इन महिलाओं को भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिन गेंदबाजों के रूप में गिना जाता है. एकता बिष्ट अपनी कबिलियत के दम पर इस मकाम पर पहुंची हैं कि आज उनका नाम इन महान गेंदबाजों के साथ लिया जा सके.

उत्तराखंड की पहाड़ियों से क्रिकेट पिच तक का सफर

उत्तराखंड में अल्मोड़ा की बिष्ट हाल ही में बने नए राज्यों में भारत के लिए खेलने वाली एकमात्र क्रिकेटर है. ज्यादातर क्रिकटरों की तरह उनके सफर की शुरुआत भी गली में क्रिकेट खेलकर हुई. लड़कों के बीच वह अकेली लड़की हुआ करती थीं. उनके कौशल की पहचान लियाकत अली खान ने की, जिन्होंने उन्हें गेंदबाजी के गुर सिखाए. वह कभी-कभी चार घंटे तक उनसे गेंदबाजी कराया करते थे. दो घंटे सुबह और दो घंटे शाम. उनकी मेहनत का फल उन्हें  मिला जब उत्तरप्रदेश की  टीम में उनका चयन हुआ. उत्तर प्रदेश की टीम बाएं हाथ के स्पिनरों की खान है जिसने कई बाएं हाथ के स्पिनर भारत को दिए हैं. लेकिन बिष्ट ने हमेशा अपनी अलग गेंदबाजी शैली की वजह से बकियों से अलग पहचान बनाई. यह भारत में पिछले साल हुए टी20 वर्ल्ड कप में उन्होंने दिखाया, जहां उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला के सुस्त विकेट पर चार विकेट लिए थे.

रिकॉर्ड के मामले में खास हैं एकता

उन्होंने वनडे में 62 और टी20 में 45 के साथ कुल 100 से ज्यादा विकेट लिए हैं. वह एकमात्र स्पिनर हैं जिन्होंने 2013 का विश्वकप खेलने के बाद 2017 के विश्वकप की टीम में जगह बनाई है. हाल ही में आईसीसी महिला विश्व कप क्वालिफायर में बिष्ट ने एक नया मुकाम हासिल किया. पाकिस्तान के खिलाफ पांच विकेट लेकर उन्होंने, वनडे में 50 विकेट पूरे किए. ऐसा करने वाली वह नौवीं भारतीय गेंदबाज हैं. इसके बाद 2 जुलाई को पाकिस्तान के खिलाफ एक बार फिर 5 विकेट लेकर वह एक ही साल में दो बार 5 विकेट हॉल लेने वाली खिलाड़ी बन गईं. वह टी-20 में हैट्रिक लेने वाली एकमात्र भारतीय हैं. 2012 के टी20 वर्ल्ड कप उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ हैट्रिक ली थी.

विश्व कप 2017

एकता अच्छी तरह से टीम की तरफ अपनी जिम्मेदारी जानती हैं. रनों की गति जब भी बढ़ने लगती उस पर लगाम लगाने के लिए कप्तान हमेशा उनपर विश्वास जताती दिखती हैं. गेंद नई हो या पुरानी वह दोनों में ही सहज रहकर गेंदबाजी करती हैं.वह भारत के स्पिन चौकड़ी में सबसे अनुभवी हैं. अपनी फील्डिंग और गेंदबाजी के प्रदर्शन से जता दिया कि वह अपने दम पर मैच जिताने की काबिलियत रखती हैं. अब तक विश्व कप के 3 मैचों में 6 विकेट लिए हैं. साथ ही 5 मेडन ओवर भी किए हैं.

अंग्रेजी में पूछे सवालों में उलझ जाने वाली 31 साल की एकता अंग्रेजी पिचों पर बल्लेबाजों को फिरकी पर नचाती नजर आती हैं. अपने स्पिन जाल में उन्हें फंसाकर भारत की झोली में जीत डाल देती हैं. साधारण परिवार, छोटा शहर, कड़ी मेहनत और बहुत सा आत्मविश्वास, यही एकता की पहचान बन चुके हैं और हम उम्मीद कर सकते हैं कि वह भारत को विश्वकप जिताने में अहम भागीदार रहेंगी और यकीनन भारत विश्वकप जीतेगा.