शानदार फॉर्म में चलने के बावजूद महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ मिताली राज को बाहर किए जाने पर सवाल उठने लगे हैं. इंग्लैंड के हाथों सेमीफाइनल में 8 विकेट से हार मिलने के बाद भारतीय टीम की कप्तान सवालों के घिर गई हैं. टूर्नामेंट में पाकिस्तान और आयरलैंड के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेलने वाली अनुभवी मिताली को अहम मैच के लिए टीम में शामिल न करने पर कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि उन्हें कोई खेद नहीं हैं. भारतीय कप्तान ने मिताली को बाहर रखने पर रखा कि यह फैसला टीम के हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया था और उन्हें कोई अफसोस नहीं है.
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत के बाद अपने आखिरी 8 विकेट मात्र 24 रन के अंदर गंवा दिए और इसके बाद 113 रन का आसान लक्ष्य देने के बाद बुरी तरह से हार गई.
विजयी संयोजन की वजह से बाहर बैठना पड़ा मिताली को
टॉस के समय कप्तान ने कहा था कि यह मिताली के चयन की बात नहीं है, यह विजयी संयोजन को बनाए रखना है. इस फैसले पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने भी सवाल उठाए थे. हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा कि हमने जो भी फैसला किया वह टीम के हित में किया. कई बार यह सही रहता है और कई बार नहीं. इसका खेद नहीं है. हमारी टीम ने पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह से बल्लेबाजी की उस पर मुझे गर्व है.
मिताली के स्ट्राइक रेट पर हमेशा सवाल उठाए जाते रहे हैं, लेकिन तानिया भाटिया भी तेजी से रन नहीं बना पा रही थी और वेदा कृष्णमूर्ति अच्छी फार्म में नहीं चल रही थी और ऐसे में एक अनुभवी बल्लेबाज को बाहर रखना भारत पर भारी पड़ गया.
हरमनप्रीत ने कहा कि यह हमारे लिए सीख है क्योंकि हमारी टीम युवा है. कई बार आपको विकेट के हिसाब से अपना खेल बदलना पड़ता है इंग्लैंड ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की और विकेट को अच्छी तरह से समझा. उन्होंने स्वीकार किया कि बड़े मैचों में मानसिक मजबूती एक मसला है और उनकी युवा टीम को इसमें खुद को बेहतर करना होगा.
एजेंसी इनपुट के साथ