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चैंपियंस ट्रॉफी 2017 : विराट ने कहा, फील्डिंग में जरूरी है सुधार

'बैटिंग और बॉलिंग में दस में नौ अंक, लेकिन फील्डिंग में छह अंक'

Bhasha

भारतीय कप्तान विराट कोहली बल्लेबाजी से खुश थे. वो गेंदबाजी से खुश थे. लेकिन जाहिर है, कोई भी कप्तान इस तरह की फील्डिंग से खुश नहीं होगा, जो टीम इंडिया ने गी. ग्रुप बी के मैच में डकवर्थ लुइस सिस्टम से पाकिस्तान को 124 रन से रौंदने के बाद अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों की जमकर तारीफ की. लेकिन क्षेत्ररक्षण में सुधार की गुंजाइश जताई.

भारतीय फील्डर्स ने कम से कम तीन आसान कैच टपकाए जबकि मैदानी फील्डिंग भी अच्छी नहीं रही. डकवर्थ लुइस पद्धति के तहत 41 ओवर में 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम उमेश यादव (30 रन पर तीन विकेट), रवींद्र जडेजा (43 रन पर दो विकेट) और हार्दिक पांड्या (43 रन पर दो विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने 33.4 ओवर में 164 रन ही बना सकी.


इससे पहले भारत ने रोहित (91), कप्तान विराट कोहली (नाबाद 81), सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (68) और युवराज सिंह (53) के अर्धशतकों की बदौलत तीन विकेट पर 319 रन बनाए. कोहली ने भारत की जीत के बाद कहा, ‘गेंद और बल्ले से हमने अच्छा प्रदर्शन किया. मैं 10 में से नौ अंक दूंगा. लेकिन फील्डिंग में हम आज छह अंक के बराबर ही थे. सर्वश्रेष्ठ टीमों को चुनौती देने के लिए हमें अपने फील्डिंग में सुधार करना होगा.’

बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर कोहली ने कहा, ‘शिखर और रोहित ने हमें अच्छी शुरुआत दिलाई. पिछली बार हम जब यहां जीते थे तो सलामी बल्लेबाजों ने अहम भूमिका निभाई थी. रोहित ने कुछ समय लिया लेकिन वह चोट के बाद वापसी कर रहे है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट आईपीएल से अलग है. उम्मीद करते हैं कि अगले मैच में वह बेहतर खेल पाएंगे.’

उन्होंने कहा, ‘शिखर ने काफी अच्छी शुरुआत की. युवराज काफी अच्छी लय में थे और उनके सामने मैं क्लब क्रिकेटर लग रहा था. हार्दिक ने सिर्फ पांच गेंद में 18 रन (छह गेंद में नाबाद 20) बनाए जो शानदार था.’

दूसरी तरफ पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने अंतिम आठ ओवर में टीम की गेंदबाजी पर निराशा जताई. उन्होंने कहा, ‘40 ओवर के बाद सब कुछ नियंत्रण में था लेकिन अंतिम आठ ओवर में हमने मौका गंवा दिया. भारतीय बल्लेबाजों को श्रेय जाता है. उन्होंने अंतिम आठ ओवर में 124 रन बनाए और लय भारत के पास चली गई.’