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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, भारत-पाकिस्तान मुकाबला: क्या हो सकती है टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन!

कप्तान विरोट कोहली के लिए सिर दर्द बना प्लेइंग इलेवन चुनना!

Lakshya Sharma

सभी क्रिकेट प्रेमियों को इंतजार है तो 4 जून को होने वाले भारत और पाकिस्तान महामुकाबले का. जब भी यह दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं तो खेलने वालों के साथ करोड़ों देशवासियों की भी सांसें मानो थम जाती हैं. एजबेस्टन में होने वाले इस मुकाबले के लिए दोनों ही टीमें इन दिनों जी-तोड़ मेहनत कर रही है. बात अगर चैंपियंस ट्रॉफी की करें तो भारत और पाकिस्तान के बीच इस टूर्नामेंट में कुल तीन मैच हुए हैं जिसमें पाकिस्तान ने दो और भारत ने एक मैच जीता है. पाकिस्तान ने जहां 2004 और 2009 में मुकाबले जीते थे वहीं भारत ने 2013 में बाजी मारी थी.

2004 में पाकिस्तान ने भारत को 3 विकेट से हराया था. जबकि साल 2009 में पाकिस्तान ने भारत पर 54 रन से जीत हासिल की थी. वहीं आखिरी चैंपियंस ट्रॉफी यानी साल 2013 में हुए मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब दिया और 8 विकेट से मैच जीता था. इस साल भी टीम इंडिया की कोशिश कुछ यही होगी कि वो इस मैच को अपने नाम करें. इसके लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि भारत 4 जून को पाकिस्तान के खिलाफ अपने बेस्ट 11 खिलाड़ियों को मैदान पर उतारे. आइए एक नजर डालते है भारत के उन संभावित 11 खिलाड़ियों पर जो पाकिस्तान के विरुद्ध मैच में खेल सकते हैं.


 शिखर धवन: टीम इंडिया के गब्बर शिखर धवन की चैंपियंस ट्रॉफी से कुछ बेहतरीन यादें जुड़ी हुईं हैं. साल 2013 में खेलते हुए उन्होंने इस टूर्नामेंट में रनों का अंबार लगा दिया था. ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारत को उनसे काफी उम्मीदें होंगी. अभ्यास मैचों में भी वह पूरी लय में दिखे. धवन अब तक 76 वनडे में 42.91 की औसत से 3090 रन बना चुके हैं. इसमें नौ शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं.

  रोहित शर्मा: पाकिस्तान के खिलाफ मैच में धवन के सलामी जोड़ीदार होंगे रोहित शर्मा. ये वो खिलाड़ी है जो अपने दिन पर मैच बदलने का माद्दा रखता है. ऐसे में रोहित भारत की प्लेइंग-11 का हिस्सा जरूर होंगे.रोहित ने अभी तक 153 वनडे में 41.37 की औसत से 5131 रन बनाए हैं. ये भी याद रखना होगा कि रोहित के करियर को 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी से दूसरा मौका मिला था.

 विराट कोहली (कप्तान): तीसरे नंबर पर विराट कोहली से बेहतर कोई बल्लेबाज हो ही नहीं सकता. कोहली के हालिया फार्म ने उन्हें भारत का सबसे विश्वसनीय मैच विनर बनाया है. वनडे में उनका औसत 53.11 है और 179 मैचों में वह 7755 रन बना चुके हैं जिसमें 27 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं.

 युवराज सिंह: युवराज सिंह बुख़ार के चलते चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत के दो वार्म-अप मैचों का हिस्सा नहीं बन पाए. लेकिन ख़बरों के मुताबिक अब वो फिट हो चुके हैं और प्रैक्टिस सेशन में जमकर पसीना बहा रहे हैं. ऐसे में अगर युवी चयन के लिए फिट रहते हैं तो विराट उनको अंतिम-11 में जगह जरूर देना चाहेंगे क्योंकि युवराज को बड़े मैच का बड़ा खिलाड़ी कहा जाता है. इसी साल कटक में खेले गए इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में 127 गेंद में 150 रन बनाकर शानदार वापसी की थी.

भारत की 2011 विश्व कप में खिताबी जीत के नायक रहे युवराज का वनडे में 296 मैचों में औसत 36.80 रहा है. अगर युवराज किसी कारण नहीं खेलते हैं तो फिर शानदार फॉर्म में चल रहे दिनेश कार्तिक को उनकी जगह शामिल किया जा सकता है.

 महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर): महेंद्र सिंह धोनी कप्तान विराट के गेम-प्लान का एक अहम हिस्सा रहने वाले हैं. इंग्लैंड की कंडीशन और उनके अनुभव को देखते हुए बल्लेबाजी क्रम में वो धोनी को नंबर 5 पर उतार सकते हैं. वनडे में धोनी 286 मैचों में 50.96 की औसत से 9275 रन बना चुके हैं.

 केदार जाधव: केदार जाधव के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए कप्तान विराट उनको टीम में शामिल करना चाहेंगे. जाधव ना सर्फ एक अच्छे बल्लेबाज हैं बल्कि वो कामचलाउ ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं. मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले केदार जाधव वनडे में कम मैच खेलने बावजूद उनका अच्छा रिकॉर्ड है. जाधव ने वनडे में 15 मैचों में 58.50 की औसत से 468 रन बनाए हैं.

 हार्दिक पांड्या: हार्दिक पंड्या ने पिछले एक साल में अपनी आलराउंड प्रतिभा का नमूना पेश किया है. गेंद और बल्ले दोनों से हार्दिक इंग्लैंड में काफी कारगर साबित हो सकते हैं. वो अभी तक 7 वनडे में 160 रन और नौ विकेट ले चुके हैं. बांग्लादेश के खिलाफ वार्म-अप मैच में हार्दिक ने विस्फोटक बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया था.

रवीद्र जडेजा: रवींद्र जडेजा एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनको कोई भी कप्तान अपनी टीम में जरूर रखना चाहेगा. गेंदबाजी, बल्लेबाजी या फिर फील्डिंग हो, ये खिलाड़ी मैदान पर अपना 100 प्रतिशत देना नहीं भूलता. यही वजह है कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में कोहली प्लेइंग-11 में जडेजा को अश्विन की जगह तरजीह देना चाहेंगे. जडेजा ने अब तक 129 वनडे में 1888 रन और 151 विकेट इनके नाम है.

भुवनेश्वर कुमार: भुवनेश्वर कुमार भारतीय गेंदबाजी आक्रामण के मुख्य गेंदबाज होंगे. खासकर डेथ ओवरों में यह अपनी यॉर्कर से पाकिस्तानी बल्लेबाजों के पसीने छुड़ा सकते हैं. साथ ही गेंद को स्विंग कराने की काबिलियत के कारण वो इंग्लैंड में काफी उपयोगी होंगे. वनडे में भुवनेश्वर ने 59 मैचों में 61 विकेट झटके है.

 मोहम्मद शमी: मोहम्मद शमी दो साल में पहला वनडे खेलेंगे. न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में शमी ने 3 विकेट चटक कर अपनी लय का सबूत दे दिया है. शमी ने अब तक 47 वनडे में 24.89 की औसत से 87 विकेट लिए हैं. हालांकि शमी और उमेश में से किसी एक को चुनने में कप्तान कोहली को थोड़ी माथा-पच्ची जरूर करनी पड़ सकती है क्योंकि उमेश भी इस समय शानदार लय से गेंदबाजी कर रहे हैं.

 जसप्रीत बुमराह: बुमराह भारत के लिए डेथ ओवरों में सबसे भरोसेमंद गेंदबाज हैं. ऐसे में पाकिस्तान के विरुद्ध बुमराह विराट के गेम-प्लान का हिस्सा जरूर बनेंगे. अभी तक 11 वनडे में बुमराह 21.68 की औसत से 22 विकेट चटकाए हैं.