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बॉल टेंपरिंग करना अब नहीं रहेगा आसान, आईसीसी ने किया सजा बढ़ाने का फैसला

बॉल टेंपरिंग करने पर अब 6 टेस्ट मैच या 12 वनडे मुकाबलों की लग लकती है पाबंदी

FP Staff

हाल ही मे हुई बॉल टेंपरिंग की घटनाओं से सबक लेते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने अब इसके खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार करने का फैसला किया है. बॉल टेंपरिंग को और ज्यादा संगीन अपराध बनाए हुए इसकी सजा को बढ़ा दिया गया है.

डबलिन में हुए आईसीसी की मीटिंग में फैसला हुआ है कि अब बॉल टेंपरिंग करने वाले खिलाड़ी पर छह टेस्ट मैच या 12 वन मुकाबलों की पाबंदी लगाई जा सकती है.


आईसीसी ने अपने कोड ऑफ कंडक्स मे बदलाव करते हुए लेवल 3 के अपराध पर सजा को 8 पॉइंट्स से बढ़ा कर 12 सस्पेंशन पॉइंट कर दिया है . साथ ही इस बात पर भी विचार किया जा सकता है कि बॉल टेंपरिंग के वाकिए के सामने आने के बाद उस टीम से संबंधित क्रिकेट बोर्ड को कैसे जिम्मेदार ठहराया जाए.

दरअसल पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के साउथ अफ्रीका दौरे पर केपटाउन टेस्ट के दौरान कंगारू टीम के तीन खिलाड़ियों को बॉल टेंपरिंग का दोषी पाया गया था. कप्तान स्टीव स्मिथ, उप कप्तान डेविड वॉर्नर और कैमरून बेनक्रॉफ्ट

ने बॉल टेंपरिंग की बात कबूली थी लेकिन आईसीसी उन्हें ज्यादा सजा नहीं दे सकी थी. इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्मिथ –वॉर्नर को 1 महीने और बेनक्रॉफ्ट को 9 महीने के लिए प्रतिबंधित किया था.  इसके अलावा हाल ही में खेले गए वेस्टइंडीज- श्रीलंका टेस्ट के दौरान लंकाई कप्तान दिनेश चंडीमल पर भी बॉल से छेड़छाड़ के आरोप लगे जिसके बाद उनपर आईसीसीने एक टेस्ट मैच की पाबंदी लगाई.