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क्या हरभजन को अपना करियर के खत्म होने का गुनहगार मानते हैं सायमंड्स!

साल 2008 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हुए 'मंकी गेट' के बाद शुरू हो गया था सायमंड्स के करियर का पतन

FP Staff

टीम इंडिया अब जल्द ही ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाने वाली है. साल 2008 में भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था. वह दौरा भारत से सबसे विवादित दौरों में से एक गिना जाता है और विवाद इतना बढ़ा था कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों के टूटने तक की नौबत आ गई थी. इस विवाद की एक बड़ी वजह थी ‘मंकी गेट’ जिसके अहम किरदार थे भारत के फिरकी गेंदबाज हरभजन सिंह और कंगारू ऑल राउंडर एंड्र्यू सायमंड्स.

इस विवाद के 10 साल बाद सायमंड्स का कहना है कि भारत के खिलाफ 2008 में घरेलू सीरीज के दौरान हुए ‘मंकीगेट’ प्रकरण ने उनके इंटरनेशनल करियर की उल्टी गिनती शुरू कर दी  क्योंकि इसके बाद वह काफी शराब भी पीने लगे.


क्या था पूरा मामला 

सायमंड्स ने सिडनी टेस्ट में हरभजन सिंह पर उन्हें ‘बंदर’ कहने का आरोप लगाया था लेकिन भारतीय स्पिनर ने इससे इनकार किया था. इस घटना के बाद हरभजन पर तीन मैच का प्रतिबंध लगाया गया लेकिन भारतीय टीम ने इस दौरे से हटने की धमकी दी जिसके बाद इस फैसले को बदल दिया गया.

अब 43 साल के हो चुके सायमंड्स ने इस पूरे प्रकरण के बारे में बात करते हुए कहा कि इससे उनका करियर काफी प्रभावित हुआ.

सायमंड्स ने ‘ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कारपोरेशन’ से कहा, ‘इस क्षण के बाद से मेरे करियर में गिरावट शुरू हो गई. मैंने बहुत शराब पीना शुरू कर दिया. मैं दबाव महसूस करने लगा कि मैंने अपने साथी खिलाड़ियों को इस प्रकरण में फंसा दिया. मैं इसका सामना गलत तरीके से कर रहा था. मैं महसूस कर रहा था कि मैं दोषी हूं, मैंने अपने साथियों को ऐसी चीज में शामिल कर दिया जिसमें मुझे लगता है कि वे शामिल होने के हकदार नहीं थे.’

अब भी अपनी बात पर अड़े हैं सायमंड्स

सायमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिये अपना अंतिम मैच मई 2009 में खेला था. एक महीने बाद उन्हें टीम के शराब पीने संबंधित और अन्य मुद्दों पर कई नियमों को तोड़ने के लिए टी20 वर्ल्ड कप से स्वदेश भेज दिया गया था और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनका अनुबंध समाप्त कर दिया था.

सायमंड्स अब भी इस बात पर अडिग हैं कि हरभजन ने उन्हें बंदर यानी मंकी कहा था.

उन्होंने कहा, ‘मैंने भारत में इस सीरीज से पहले हरभजन से बात की थी, उसने भारत में पहले भी मुझे बंदर कहा था. मैं उनके ड्रेसिंग रूम में गया और कहा, क्या मैं एक मिनट के लिये हरभजन से बाहर बात कर सकता हूं, प्लीज? वह बाहर आया और मैंने कहा, ‘देखो, इस तरह के नाम से पुकारना बंद होना चाहिए वर्ना यह चीज हाथ से बाहर निकल जाएगी.’

लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हालांकि हरभजन का दावा था कि उन्होंने सायमंड्स को मंकी कहने की बजाय एक हिंदुस्तानी गाली दी थी. हरभजन के पक्ष में उस वक्त खुद भारत के बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने गवाही दी थी.

(इनपुट भाषा)