महिला विश्वकप के सेमीफाइनल में धमाकेदार पारी खेलने वाली हरमनप्रीत कौर के जीवन एक वक्त ऐसा भी आया था जब क्रिकेट के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उनकी मदद की थी. सचिन तेदुलकर की चिट्ठी के बाद ही हरमनप्रीत को रेलवे में नौकरी हासिल हुई थी. इस बात का खुलासा किया है पूर्व महिला क्रिकेटर डायना एडुलजी ने.
समाचार पत्र द इंडियन ऐक्सप्रैस को डायना ने बताया है कि वह हरमनप्रीत को उनके जूनियर सर्किट खेल के दिनों से जानती थी. डयना उस वक्त वेस्टर्न रेलवे की अधिकारी तीं र चाहती थीं कि हरमनप्रीत भी रेलवे में नौकरी जॉइन करके रेलवे की ओर से ही क्रिकेट खेलें.
उस वक्त 24 साल की हरमनप्रीत को नॉर्दन रेलवे की ओर से नौकरी का प्रस्ताव मिल चुका था. ऐसे में डायना उन्हें एक ऊंची पोस्ट पर वेस्टर्न रेलवे में नौकरी देना चाहती थीं. डयना ने उन्हें चीफ ऑफिस सुपरइंटेंडेंट के पद का ऑफर दिया. लेकिन दिल्ली में बैठे बड़े अधिकारियो ने इस प्रस्ताव पर मोहर नहीं लगाई.
और फिर डायना ने सचिन तेंदुलकर से बात की. सचिन भी हरमनप्रीत के टेलैंट से प्रभावित हए और बतौर सांसद उन्होंने ने हरमनप्रीत के लिए रेलवे के बड़े दिकारियों को चिट्ठी लिखी जिसके बाद ही हरमनप्रीत की वेस्टर्न रेलवे में नौकरी पक्की हो सकी.