view all

गौतम ने माफी मांगी, बीसीसीआई ने मामला अनुशासनात्मक पैनल के सुपुर्द किया

दलीप ट्रॉफी का शुरुआती मुकाबला खेलने के बाद चले गए थे बेंगलुरु, अनुमति लिए बिना केपीएल का टी-20 मैच खेला

FP Staff

कर्नाटक के ऑफ स्पिनर कृष्णप्पा गौतम ने बीसीसीआई से बिना किसी शर्त के माफी मांग ली है. लेकिन उसने इस मामले को फिर भी अनुशासनात्मक समिति के सुपुर्द कर दिया है. गौतम पर बीसीसीआई ने अनुशासनात्मक कारणों से दलीप ट्रॉफी और भारत ए सीरीज में खेलने से रोक लगा दी थी.

गौतम ने इंडिया रेड के लिए दलीप ट्रॉफी का शुरुआती मैच खेला था और पांच विकेट झटके थे. लेकिन वह मैच के बाद यह कहते हुए बेंगलुरु के लिए निकल गए थे कि उन्हें टाइफाइड है. उसके बाद बीसीसीआई से अनुमति लिए बिना उन्होंने कर्नाटक प्रीमियर लीग का एक टी-20 मैच खेला.


इससे नाराज बीसीसीआई के महाप्रबंधक (खेल विकास) रत्नाकर शेट्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा था और दलीप ट्रॉफी में आगे हिस्सा लेने से रोक दिया. उनका नाम न्यूजीलैंड ए के खिलाफ भारत ए टीम से भी हटा दिया गया. पता चला है कि इस घटना से चयन समिति काफी नाराज है और इस 28 वर्षीय खिलाड़ी को निकट भविष्य में राष्ट्रीय टीम में जगह मिलना काफी मुश्किल होगा.

गौतम ने बेलगावी पैंथर्स के लिए 12 सितंबर को केपीएल का मैच क्यों खेला था, उसके लिए बहुत अजीब सा कारण बताया. उन्होंने माफीनामे में लिखा, ‘मुझे लगा कि यह टाइफाइड है, लेकिन यह वायरल बुखार निकला.’ गौतम को लगा कि 85  मिनट तक मैदान पर रहकर चार ओवर गेंदबाजी करना संभव है, लेकिन वह इस बात से अनभिज्ञ थे कि चयनकर्ताओं की नजरों में हैं. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भारत ए सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था और उन्हें न्यूजीलैंड ए के खिलाफ खेलना था.

बीसीसीआई अध्यक्ष सीके खन्ना, ज्योतिरादित्य सिंधिया और निरंजन शाह वाली बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति अब उनके भविष्य पर फैसला करेगी. खन्ना ने कहा, ‘हां, मुझे उनका माफीनामा मिल गया है. मेरे विचार से गौतम ने दलीप ट्रॉफी जैसे ऊंचे दर्जे के टूर्नामेंट का अपमान करके बहुत बड़ी गलती की. उन्होंने बिना किसी शर्त के माफी मांग ली है. वह युवा क्रिकेटर हैं और हमें उनके करियर को देखना है. मैं चाहता हूं कि वह लिखित रूप से अपनी बात रखें, लेकिन मैंने अभी शाह और सिंधिया से इस संबंध में चर्चा नहीं की है।‘