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गौतम गंभीर ने भारी दिल से लिया फैसला, फेसबुक पर किया रिटायरमेंट का ऐलान

गौतम गंभीर ने कहा कि ये जीवन का सबसे मुश्किल फैसला था

FP Staff

लंबे समय से भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे बाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज गौतम गंभीर ने मंगलवार को संन्यास की घोषणा कर दी. गौतम गंभीर ने संन्यास की जानकारी अपने फेसबुक पेज पर दी है. वह कुछ दिनों पहले ही 37 साल के हुए थे. उनके क्रिकेट भविष्य पर आए दिन लोग सवाल पूछते रहते हैं लेकिन आज उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर सभी कयासों पर विराम लगा दिया.

क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 10,000 से अधिक रन बनाने वाले दिल्ली के इस बल्लेबाज ने अपने पोस्ट में कहा, ‘अपने देश के लिए 15 साल से भी अधिक समय तक क्रिकेट खेलने के बाद मैं इस खूबसूरत खेल से अलविदा कहना चाहता हूं.’  दिल्ली और आंध्र के बीच छह दिसंबर से फिरोजशाह कोटला में होने वाला रणजी ट्रॉफी मैच भारत के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में से एक गौतम गंभीर के लगभग दो दशक तक चले चमकदार करियर का अंतिम मैच होगा.


उन्होंने कहा, ‘ आंध्र के खिलाफ अगला रणजी ट्रॉफी मैच मेरा आखिरी मैच होगा. मेरे क्रिकेट सफर का अंत उसी फिरोजशाह कोटला मैदान पर होगा जहां से इसकी शुरूआत हुई थी.’ बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को कभी हार नहीं मानने के अपने जज्बे के लिए जाना जाता था. उन्होंने 2007 में विश्व टी20 और 2011 में विश्व कप में भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी. उनकी अगुआई में कोलकाता नाइटराइडर्स ने दो बार आईपीएल खिताब जीते.

गंभीर ने संन्यास की घोषणा के साथ ही इच्छा जतायी कि वह अगले जन्म में भी क्रिकेटर बनकर भारत की तरफ से यह खेल खेलना चाहेंगे. उन्होंने कहा, ‘तमाम दर्द और पीड़ाओं, भय और असफलताओं के बावजूद मुझे अपनी अगली जिंदगी में भी इन्हें दोहराने का कोई गम नहीं होगा. लेकिन निश्चित तौर पर भारत के लिए कुछ जीत, कुछ और अधिक शतक और संभवत: अगली जिंदगी में पारी में पांच विकेट लेने के कुछ कारनामे भी करना चाहूंगा.’

गंभीर ने कहा, ‘यह थोड़ा महत्वकांक्षी लगता है लेकिन मैंने देखा है कि इच्छाएं सच होती है. दो विश्व कप, दोनों के फाइनल में सर्वोच्च स्कोर भी सपने थे और मैंने केवल आपके लिए विश्व कप जीतने का सपना देखा था. मुझे लगता है कि कोई था जो मेरी पटकथा लिख रहा था लेकिन अब उसकी स्याही खत्म हो गयी है. लेकिन इस बीच उसने कुछ आकर्षक अध्याय लिखे. इनमें दुनिया की नंबर टेस्ट टीम का हिस्सा बनना सबसे अहम है. मैं जिस ट्रॉफी को बड़े प्यार से निहारता हूं वह 2009 में आईसीसी के वर्ष के टेस्ट बल्लेबाज के लिए मिली ट्रॉफी है.’

गंभीर ने न्यूजीलैंड में सीरीज में जीत और ऑस्ट्रेलिया में सीबी सीरीज जीतने को अपने करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धियां बताई. उन्होंने कहा, ‘लेकिन मुझे उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गई वर्तमान भारतीय टीम हमारी उपलब्धियों को पीछे छोड़ने में सफल रहेगी.’ गंभीर ने अपने संदेश में भारतीय टीम, आईपीएल की टीमों केकेआर और दिल्ली डेयरडेविल्स तथा दिल्ली रणजी टीम के अपने साथियों के साथ साथ अपने प्रशिक्षकों विशेषकर बचपन के अपने कोच संजय भारद्वाज, पार्थसारथी शर्मा और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज जस्टिन लैंगर का भी आभार व्यक्त किया.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सफर :

2007 टी-20 विश्व कप में गौतम गंभीर भारतीय टीम का हिस्सा थे. पूरे टूर्नामेंट में गंभीर ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे. फाइनल में गंभीर की पारी अहम रही थी. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 54 गेंदों पर 75 रन की जोरदार पारी खेली थी. 2008 तक गंभीर क्रिकेट के हर प्रारूप की भारतीय टीम का हिस्सा बन गए थे. गौतम गंभीर के लिए 2009 यादगार साल रहा. इसी साल गंभीर अपने पहले विदेश दौरे पर न्यूजीलैंड गए और गए थे और भारत ने 41 साल बाद मेजबान टीम को उसी की धरती पर हार का स्वाद चखाया. भारत की इस जीत में गंभीर की भूमिका महत्वपूर्ण रही. गंभीर ने उस टेस्ट सीरीज में 445 रन बनाए थे. इसी साल गंभीर सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर भी बने थे. 2009 में वह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग के शीर्ष पर पहुंचे थे. गौतम गंभीर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच नवंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. वहीं उन्होंने सीमित ओवर क्रिकेट में आखिरी बार जनवरी 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच और दिसंबर 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था.

केकेआर को बनाया दो बार चैंपियन :

इंडियन प्रीमयर लीग (आईपीएल) के पहले सत्र में गंभीर ने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए 534 रन बनाए थे. वह पहले सत्र में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. शुरुआती दो सत्र में गंभीर ने 1000 रन अपने खाते में जोड़ डाले थे. उनके दमदार प्रदर्शन को देखते हुए शाहरुख खान की फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने 2010 में उन्हें 2.4 मिलियन डॅालर खर्च कर उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था. गौतम गंभीर को इस टीम की कमान भी सौप दी गई थी. उन्होंने अपनी कप्तानी में केकेआर को 2012 और 2014 में चैंपियन बनाया. गंभीर 2017 में केकेआर को छोड़कर दिल्ली डेयरडेविल्स वापस आ गए थे. उन्हें इस टीम की कप्तानी सौंपी गई थी. लेकिन शुरुआती मैचों के बाद पहले उन्होंने कप्तानी छोड़ी फिर टीम मं अपनी जगह भी छोड़ दी थी.

अपनी कप्तानी में जिताई थी सीरीज :

2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ गौतम गंभीर को भारतीय टीम की कप्तानी सौंपी गई थी. भारत ने ये सीरीज 5-0 से अपने नाम की थी. उनका खुद का प्रदर्शन भी शानदार रहा था. जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के पुरस्कार से भी नवाजा गया था.

जड़े थे लगातार पांच टेस्ट शतक :

अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में गौतम गंभीर के नाम कई रिकॅार्ड शामिल हैं. 2009 में गंभीर टेस्ट क्रिकेट में लगातार पांच शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बन गए थे. इसके अलावा गौतम गंभीर ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने 300 से भी ज्यादा रन चार टेस्ट मैच में बनाए थे.

युवाओं को मौका देने के लिए छोड़ी रणजी की कप्तानी :

गौतम गंभीर ने इसी माह दिल्ली रणजी टीम की कप्तानी छोड़ दी थी. युवा खिलाड़ियों को मौका देने की बात कहते हुए उन्होंने ये फैसला लिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ' अब समय आ गया है कि युवा खिलाड़ियों को ये जिम्मेदारी सौंप दी जाए. इसलिए मैं दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) से आग्रह करता हूं कि वे इस रोल के लिए मेरा चयन ना करें. मैं पीछे रहकर नए कप्तान का मार्गदर्शन करूंगा.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन :

टेस्ट

मैच, पारी, रन, बेस्ट, औसत, अर्धशतक, शतक

58, 104, 4154, 206, 41.95, 22, 09

वनडे अंतरराष्ट्रीय

मैच, पारी, रन, औसत, अर्धशतक, शतक

147, 143, 5238, 150 no, 39.68, 34, 11

टी-20 अंतरराष्ट्रीय

मैच, पारी, रन, औसत, अर्धशतक, शतक

37, 36, 932, 75, 27.41, 07, 00