महेंद्र सिंह धोनी और गौतम गंभीर के बीच तनातनी किसी से छुपी नहीं है. अब गंभीर ने साफ कर दिया है कि भारत के वर्तमान वनडे कप्तान के साथ उनके मतभेद रहे है लेकिन दोनों के बीच मनभेद नहीं है.
फेसबुक के लाइव सेशन के दौरान गंभीर से उनके और धोनी के बीच राइवलरी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन दोनों के बीच कोई तनाव नहीं है. जब भी दोनों भारत के लिए खेले है, दोनों का लक्ष्य भारत को जीत दिलाना ही रहा. उनके बीच मतभेद हो सकते है. दो लोगों के बीच मतभेद हो सकते है, लेकिन चाहे आप घर पर खेलें या बाहर, आपका मकसद टीम को जीत दिलाना ही होता है.
गंभीर ने इस दौरान धोनी की तारीफ भी की. उन्होंने कहा, 'धोनी शानदार खिलाड़ी है. वह जितने अच्छे खिलाड़ी है, उतने ही अच्छे इंसान भी हैं. हमने कुछ शानदार पल एकसाथ शेयर किए है. चाहे 2007 टी20 वर्ल्डकप जीतना हो या 2011 का वर्ल्डकप. भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बनाने में भी हम साथ थे. हमारा लक्ष्य हमेशा से एक रहा है.'
गंभीर ने भारत के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं. 2007 में हुए टी20 वर्ल्डकप फाइनल में उन्होंने 75 रन की पारी खेली, वहीं 2011 के वनडे वर्ल्डकप के फाइनल में उन्होंने 97 रन की शानदार पारी खेली थी. उस समय भारत ने 275 रन का लक्ष्य हासिल कर 28 साल बाद वनडे वर्ल्डकप जीता था. धोनी उस मैच में मैन ऑफ द मैच रहे थे.