श्रीलंका के महान क्रिकेटर रहे सनथ जयसूर्या पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से हर कोई हैरान है. आईसीसी ने उनपर मैच फिक्सिंग की जांच सहयोग ना करने या यूं कहें कि जांच में बाधा पहुंचान का आरोप लगाते हुए दो सप्ताह में उन्हें अपना जवाब दाखिल करने के कहा है तो वहीं जयसूर्या ने भी बयान जारी करके खुद को सच्चाई का सिपाही घोषित किया है.
अब सवाल यह है कि अगर आईसीसी जयसूर्या के जवाब से संतुष्ट नहीं होती है तो फिर उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है? इस सवाल का जवाब आईसीसी के एक अधिकारी ने दिया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक उस अधिकारी ने बताया है कि जयसूर्या को आईसीसी के एंटी करप्शन कोड के नियम 2.4.6 और 2.4.7 को तोड़ने का आरोप लगा है.
आईसीसी के नियम के मुताबिक इन नियमों को तोड़ने का दोषी पे जाने पर छह महीने से लेकर पांच साल तक के बैन की सजा का प्रावधाव है. यानी अगर जयसूर्या खुद पर लगे आरोपों को गलत साबित नहीं कर सके तो पांच साल तक भी क्रिकेट से दूर रह सकते हैं.
जयसूर्य़ा बतौर क्रिकेटर तो संन्यास ले चुके हैं लेकिन यब पाबंदी बतौर प्रशासक भी प्रभावी रहेगी.वह दो बार श्रीलंका की टीम के चीफ सेलेक्टर रह चुके हैं.