एक ओर जहां पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी बीसीसीआई से करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग कर रहा है वहीं दूसरी ओर पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष जका अशरफ का मनना है कि इस मुकदमे से पीसीबी को कुछ भी हासिल नहीं होगा. उन्होंने कहा है कि आईसीसी विवाद समाधान समिति में भारत के खिलाफ मुआवजे का दावा दायर करने का बोर्ड का कदम व्यर्थ साबित होगा.
अशरफ ने कहा, ‘एमओयू सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है और इसके अलावा ऐसी कोई शर्त नहीं है जिसमें कहा गया हो कि कोई भी पक्ष किसी भी तरह के मुआवजे के दावे के लिए आईसीसी विवाद समाधान समिति में जा सकता है. ’उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि किसी कानून के अंतर्गत वे मुआवजे का दावा डाल रहे हैं.’ आईसीसी द्वारा संचालन का ‘बिग थ्री’ फार्मूला लॉन्च करने के दौरान पीसीबी के प्रमुख रहे अशरफ ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि पीसीबी व्यर्थ की चीज पर इतनी राशि क्यों खर्च कर रहा है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि उन्होंने किसी विधि फर्म से सलाह ली है या वे किसी विधि फर्म को फायदा पहुंचाना चाहते हैं. लेकिन मेरी नजर में मुआवजे का दावा व्यर्थ का प्रयास है जिसमें हमें कोई फायदा नहीं होने वाला.’
(एजेंसी इनपुट के साथ)