भारत और वेस्टइंडीज के बीच गुवाहाटी में खेले गए पहले वनडे मैच में दोनों टीमों की ओर से तीन खिलाड़ियों ने वनडे क्रिकेट में कदम रखा. भारत की ओर से ऋषभ पंत और कैरेबियाई टीम की ओर से चंद्रपॉल हेमराज और ओशाने थॉमस ने डेब्यू किया. पंत को डेब्यू मैच में अपना दम दिखाने का मौका नहीं. वहीं हेमराज और ओशाने थॉमस दोनों ही अपने पदार्पण मैच को यादगार बनाने में असफल रहे, लेकिन इसके बावजूद थॉमस ने दुनिया को अपनी पहचान बताने में सफल रहे. 21 साल के इस युवा तेज गेंदबाज ने अपने डेब्यू मैच मैच में पहले ही 83 रन देकर एक सफलता हासिल की, लेकिन 54 गेंदों में इन्होंने दिखा दिया कि इनकी पहचान 149 किमी की रफ्तार से आती तेज गेंद हैं.
थॉमस जब भारत के खिलाफ अपने करियर का पहला ओवर डालने आए तो स्ट्राइक पर शिखर धवन मौजूद थे और 147 किमी से आती पहली गेंद को धवन भी सही से समझ नहीं पाए. हालांकि इसी स्पीड पर आई दूसरी गेंद को धवन ने बाउंड्री तक पहुंचाया. थॉमस की चौथी गेंद बिल्कुल फायर की तरह रही. 149 किमी की रफ्तार से अती गेंद पर धवन भी एक बार हिल गए थे और थॉमस की गेंद पर संभल नहीं और ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने गिल्लियां बिखरे कर रख दी. धवन 4 रन बनाकर बोल्ड हो गए. अपने पहले ही ओवर में थॉमस मशहूर हो गए. थॉमस की गेंदबाजी की वेस्टइंंडीज के कितने दीवाने है , इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है. इस प्लेटफॉर्म पर कदम रखने से पहले उन्होंने सिर्फ 10 ही लिस्ट ए मैच, 6 फस्र्ट क्लास मैच खेले थे और इसी में उन्होंने क्रिस गेल को प्रभावित कर दिया था. जिसके बाद कैरेबियन प्रीमियर लीग के लिए जमैका टीम ने उन्हें अपने साथ शामिल किया.
थॉमस को वैसे एक खास मैच के लिए जरूर याद किया जाता है, जब फस्र्ट क्लास के एक मैच के दौरान उन्होंने बल्लेबाज के हेलमेट पर बाउंसर मारी, जिससे बल्लेबाज का हेलमेट टूट गया था. गौरतलब है पांच मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 8 विकेट से हरा दिया था, जिसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा के बल्ले से शतक निकले.