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England vs India 1st odi: हर तरफ से पिटी इंग्लिश टीम, पहले कुलदीप ने तो बाद में रोहित ने धोया

तीन मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे

FP Staff

पहले कुलदीप यादव की बेहतरीन गेंदबाजी और बाद में रोहित शर्मा की नाबाद शतकीय पारी के दम पर भारत ने तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में मेजबान इंग्लैंड को 8 विकेट से अंतर से मात देकर सीरीज का विजयी आगाज किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम चाइनामैन कुलदीप के आगे बेबस सी नजर आई और 268 पर ही सिमट गई, जिसके बाद टीम इंडिया ने 59 गेंद शेष रहते ही लक्ष्य को हासिल कर लिया.पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान इंग्लैंड कुलदीप यादव के सामने टिक नहीं पाई और 268 रन पर ही सिमट गई.


कुलदीप ने अपने करियर में पहली बार पांच या इससे अधिक विकेट चटकाते हुए 25 रन देकर छह विकेट हासिल किए। इंग्लैंड की सरजमीं पर छह विकेट चटकाने वाले वह पहले स्पिनर हैं. उमेश यादव ने 70 रन देकर दो जबकि युजवेंद्र चहल ने 51 रन देकर एक विकेट चटकाया, जिससे इंग्लैंड की पारी 49 .5 ओवर में सिमट गई.

कोहली और रोहित के बीच 167 रन की पार्टनरशिप

लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को पहला झटका शिखर धवन (40) के रूप में 59 रन लगा, जब मोईन अली की गेंद पर धवन रशिद को कैच थमा बैठे, इसके बाद सलामी बल्लेबााज रोहित और भारतीय कप्तान विराट कोहली (75) के बीच 167 की बड़ी साझेदारी हुई, जिसने भारत की जीत को बिल्कुल आसान बना दिया, 226 रन के स्कोर पर भारत को दूसरा झटका कप्तान के रूप में लगा. कोहली राशिद की गेंद पर स्टंप हो गए.

कप्तान के जाने के बाद केएल राहुल (9*) मैदान पर आए और रोहित के साथ दूसरे छोर पर टिके रहे, वहीं एक छोर से रोहित ने जीत की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए टीम को पहले वनडे में जीत दिला दी. रोहित ने 114 गेंदों का सामना करते हुए 15 चौके और 4 छक्के की मदद से नाबाद 137 रन बनाए.

एक पारी में छह विकेट लेने वाले छठें खिलाड़ी बने कुलदीप

कुलदीप भारत के आठवें गेंदबाज हैं जिन्होंने वनडे इंटरनेशनल में छह विकेट चटकाए. तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने दो बार यह कारनामा किया है. वहीं काफी कीफायती गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट लेने के मामले में वह चौथे खिलाड़ी है. वनडे में भारत के लिए एक ही पारी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले कुलदीप चौथे खिलाड़ी बन गए हैं.

इस सूची में स्टुअर्ट बिन्नी सबसे उपर हैं. जिन्होंने 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ 4 रन देकर 6 विकेट लिए थे. दूसरे पायदा पर अनिल कुंबले है, जिन्होंने 1993 में 12 रन देकर छह विकेट और तीसरे पर आशीष नेहरा हैं, जिन्होंने 2003 में 23 रन देकर छह विकेट लिए थे.

अच्छी शुरुआत के लड़खड़ा इंग्लैंड की पारी

पहले बल्लेबाजी करते हुए जेसन रॉय (38) और जॉनी बेयरस्टो (38) की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 10.2 ओवर में 73 रन जोड़कर इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत दिलाई. इंग्लैंड की मजबूत होती साझेदारी के बीच कोहली ने गेंद कुलदीप यादव को थमाई और उन्होंने कप्तान को निराश नहीं करते हुए दूसरी ही गेंद की रॉय को कवर में उमेश के हाथों कैच करा दिया. कुलदीप ने अपने अगले ओवर की पहली गेंद पर जो रूट (03) को पगबाधा किया जबकि इसी ओवर में बेयरस्टो की पारी का भी अंत किया. इंग्लैंड ने नौ रन के भीतर तीन विकेट गंवाए जिससे उसका स्कोर बिना विकेट खोए 73 रन से तीन विकेट पर 82 रन हो गया. इंग्लैंड के कप्तान आॅइन मोर्गन (19) ने पंड्या की लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ टीम का स्कोर 19वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया, लेकिन चहल की गेंद को मिडविकेट पर सुरेश रैना के हाथों में खेल गए.

बटलर और स्टोक्स ने की पारी संभालने की कोशिश

बेहतरीन फार्म में चल रहे बटलर और स्टोक्स ने इसके बाद पारी को संवारा. बटलर शुरू से ही शानदार लय में दिखे जबकि स्टोक्स पूरी पारी के दौरान जूझते रहे. दोनों ने टीम का स्कोर 200 रन के करीब पहुंचाया. बटलर ने पंड्या की गेंद पर एक रन के साथ 45 गेंद में अर्धशतक पूरा किया.इंग्लैंड के लिए जोस बटलर (53) और बेन स्टोक्स (50) ने अर्धशतक जड़ने के अलावा पांचवें विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी भी की. कोहली ने एक बार फिर साझेदारी तोड़ने की जिम्मेदारी कुलदीप को सौंपी और इस बार भी उन्होंने अपने नए स्पैल की छठी गेंद पर बटलर को विकटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच करा दिया. बटलर ने 51 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके जड़े. स्टोक्स ने कौल की गेंद पर एक रन के साथ 102 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन कुलदीप के अगले ओवर में कौल ने बैकवर्ड प्वाइंट पर उनका शानदार कैच लपका. इंग्लैंड की टीम अंतिम 22 ओवर में 115 रन ही बना सकी जबकि इस दौरान सिर्फ छह चौके और दो छक्के लगे. निचले क्रम में आदिल राशिद (22) और मोईन अली (24) ने टीम का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.