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एशेज में फिक्सिंग का दावा: क्या है स्टिंग में फंसे सोबर्स जोबन का डीडीसीए कनेक्शन!

सोबर्स जोबन के पिता बलजीत सिंह जोबन कई सालों तक डीडीसीए के सदस्य रहे हैं, पिता ने बेटे पर लगे आरोपों को पूरी तरह से नकारा

Sumit Kumar Dubey

ब्रिटेन के अखबार द सन की रिपोर्ट ने क्रिकेट की दुनिया में जो भूचाल ला दिया  है उसके तार दिल्ली के डीडीसीए के साथ जुड़ रहे हैं. साथ ही यह सवाल भी खड़ा हो रहा है कि क्या वाकई स्टिंग ऑपरेशन में दिखने वाला शख्स इतना सक्षम है जितने बड़े दावे वह कर रहा है.

दरअसल अखबार की रिपोर्ट एक स्टिंग ऑपरेशन पर आधारित है जिसमें दो भारतीय लोग यह दावा कर रहे हैं कि वे आईपीएल से लेकर बिग बैश तक और एशेज सीरीज तक के मुकाबलों को फिक्स करने का माद्दा रखते हैं. महज डेढ़ करोड़ रुपए में पर्थ में गुरुवार से शुरू हुए एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में में स्पॉट फिक्सिंग का दावा किया गया.


आखिर कौन हैं ये दो शख्स जो इतने सनसनीखेज दावे कर रहे हैं. इस तस्वीर में बाईं और दिख रहे शख्स का नाम है सोबर्स जोबन और दूसरे शख्स का नाम है प्रियांक सक्सेना. ऐसा नहीं है कि सोबर्स जोबन ये सभी बाते महज लफ्फाजी में कर रहा हो उसका क्रिकेट से वास्ता भी रहा है. सोबर्स जोबन का के तार डीडीसीएके साथ जुड़े हुए हैं. उसके पिता बलजीत सिंह जोबन कई सालों तक डीडीसीए के सदस्य रहे हैं. पिछले कई सालों के दौरान वह डीडीसीए से जुड़ी कई जूनियर टीमों में कोच या मैनेजर की भमिका निभा चुके हैं.

बलजीत जोबन लाल बहादुर शास्त्री कोचिंग सेंटर के नाम से एक क्रिकेट क्लब भी चलाते है जो डीडीसीए से मान्यता प्राप्त है. डीडीसीए से जुड़े लोगों का मानना है कि बलजीत जोबन बोर्ड पूर्व अध्यक्ष रहे दिवंगत राजनीतिज्ञ माधवराव सिंधिया के काफी नजदीकी रहे हैं और अब भी उनके नाम से चलने वाले टूर्नामेंट्स के आयोजन में अहम भूमिका निभाते हैं.

फर्स्टपोस्ट हिंदी ने सोबर्स जोबन के पता बलजीत सिंह जोबन से जब संपर्क किया तो उन्होंने अपने बेटे पर लगे इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उनका दावा है कि  इस स्टिंग में उनके बेटे के हवाले से जितने बड़े दावे किए जा रहे हैं वो, असल में उतना सक्षम है ही नहीं. उनका मानना है कि उनके बेटे को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.’

हमें मिली जानकारी के मुताबिक सोबर्स जोबन ने डीडीसीएम में जूनियर क्रिकेट स्तर पर तो खेला है लेकिन उसके आगे वह क्रिकेट नहीं खेल सका है. उसके पिता ने अपने ऊंचे संपर्कों का सहारे कुछ दिन के लिए उसे हिमाचल प्रदेश में भी क्रिकेट खिलवा दिया था लेकिन वहां भी उसकी दाल नहीं गल सकी.

हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के मुताबित 21 जनवरी 1986 को हिमाचल के शहर चंबा में जन्मा सोबर्स जोबन दाएं हाथ का बल्लेबाज और लेग-ब्रेक गुगली गेंदबाज रहा है.

2002-03 के सीजन में हिमाचल की ओर से अंडर -17 की टीम का, 2003-04 से 2006-07 तक अंडर-22 की टीम में और 2007-08 में दिल्ली की अंडर-22 की टीम का हिस्सा रहा है.

सोबर्स जोबन के पिता यानी बलजीत जोबन को जानने वाले डीडीसीए के कुछ पुराने लोगों का कहना है कि वह अपने बेटके करियर को लेकर काफी परेशान रहते थे और लोगों से उसका नौकरी लगवाने के लिए सिफारिश भी किया करते थे.

ब्रिटिश अखबार के इस स्टिंग ऑपरेशन से इन दोनों पिता-पुत्रों को जानने वाले लोग चकित है. हर किसी के मन में य़े सवाल है कि क्या वाकई में सोबर्स जोबन इतना बड़ा बुकी है !