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स्पॉट फिक्सिंग में नाम आने पर आॅस्ट्रेलिया और इंग्लैंड बोर्ड का आया बयान

अल जजीरा ने स्टिंग आॅपरेशन की अपनी दूसरी किश्त में स्पॉट फिक्सिंग में इंग्लैंड और आॅस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के शामिल होने का दावा किया है

FP Staff

अल जजीरा ने जब से क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग को लेकर अपने स्टिंग आॅपरेशन की अपनी दूसरी किश्त को ब्रॉडकास्ट किया है, तब से क्रिकेट जगत में खलबली मच गई है और इसी  क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन सभी आरोपों को नकार दिया है, जिसमें कहा गया था कि उनके देश के क्रिकेटर भी इसमें शामिल हैं.

अल जजीरा ने जब से क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग को लेकर अपने स्टिंग आॅपरेशन की अपनी दूसरी किश्त को ब्रॉडकास्ट किया है, तब से क्रिकेट जगत में खलबली मच गई है और इसी  क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन सभी आरोपों को नकार दिया है, जिसमें कहा गया था कि उनके देश के क्रिकेटर भी इसमें शामिल हैं. क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने कहा कि क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया मैच फिक्सिंग पर 0 टॉलरेंस अपनाता है और क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया किसी भी शर्त पर खेल की गरिमा से समझौता स्वीकार नहीं करता. क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया ने मीडिया रिलीज जारी करते हुए कहा कि  हमे पूरा भरोसा है कि हमारे खिलाड़ी भी इस खेल को बचाते हैं.


सदरलैंड ने कि हमारी टीम ने तथ्यों का आकलन कर लिया है और इसमें हमारे वर्तमान और पूर्व खिलाड़ी से जुड़ा कोई मामला नहीं मिला है. वहीं इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि अल जजीरा ने फिक्सिंग को लेकर जो कुछ भी बताया है, वह काफी सीमित है और इनके आधार पर किसी तरह की स्पष्टता और पुष्टि नहीं की जा सकती. गौरतलब है कि अल जजीरा ने मैच फिक्सिंग को लेकर रविवार को एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज की थी, जिसमें दावा किया गया कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने 7 मैचों में, आॅस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने 5 मैचों में और पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने 3 में और एक अन्य देश के क्रिकेटर ने फिक्सिंग की. इस डॉक्यूमेंट्री का नाम क्रिकेट के मैच फिक्सर्स: द मुनावर फाइल्स' है जिसमें मुनावर ने यह दावा किया है कि कि 2011 से 2012 के दौरान छह टेस्‍ट, छह वनडे और तीन वर्ल्‍ड टी20 मैचों में फिक्सिंग हुई.2011 में भारत-इंग्‍लैंड के बीच खेला गया लॉर्ड्स टेस्‍ट, इसी साल हुआ दक्षिण अफ्रीका-ऑस्‍ट्रेलिया का केपटाउन टेस्‍ट भी शक के दायरे में है. 2011 वर्ल्‍ड कप के पांच मैच और 2012 में श्रीलंका में हुए वर्ल्‍ड टी20 में तीन मैच में भी फिक्सिंग का दावा किया गया है. डॉक्‍यूमेंट्री में 2012 में यूएई में इंग्‍लैंड-पाकिस्‍तान के बीच हुए तीन टेस्‍ट मैचों में हुई सफल स्‍पॉट फिक्सिंग का भी जिक्र किया गया है.