क्रिकेट की दुनिया में खुद को ओसामा कहे जाने जाने का आरोप लगाकर हंगामा खड़ा करने वाले इंग्लिश क्रिकेटर मोईन अली के बयान के बाद ऑस्ट्रेलिया सीए ने बिठाई डांच को बंद कर दिया है. जांच बंद करने की घोषणा कर दी है. अली ने हाल ही में आरोप लगाय था कि 2015 की एशेज सीराज के दौरान में ऑस्ट्रेलिया के एक खिलाड़ी ने उन्हें 'ओसामा' कहा था. इस मामले की सीए ने जांच शुरू की थी.
सीए ने कहा है कि इस मामले में उन्हें कोई और सबूत नहीं मिला है और न ही मोईन के इस दावे में कोई और जानकारी मिली है.
माना जा रहा है कि मामले में जांच के लिए सीए ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड से एशेज सीरीज 2015 की घटना से जुड़ी और भी जानकारियां मांगी थीं.
क्या है क्रिकेट ऑस्ट्रलिया का कहना!
सीए के प्रवक्ता ने कहा, 'हमने इंग्लैंड एंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और अपने टीम प्रबंधन से मिली जानकारियों का आंकलन किया. हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस घटना की उस समय जांच हुई थी और मोईन को इस मामले में प्रतिक्रिया भी दी गई थी.'
प्रवक्ता ने कहा, 'मोईन नहीं चाहते कि इस मामले को अब और आगे बढ़ाया जाए. हमें भी इस मामले में और सबूत नहीं मिले हैं और न ही कोई और जानकारी मिली है. इसलिए, इस मामले को बंद किया जा रहा है.'
अली ने जब कहा था कि एशेज सीरीज 2015 के दौरान उन्हें एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के नाम से संबोधित किया था तब सीए ने इस पर तुरंत प्रक्रिया देते हुए जांच बैठाई थी.
सीए की जीरो टोलरेंस नीति का हवाला देते हुए प्रवक्ता ने कहा, 'हम इस तरह के मामले में जीरो टोलरेंस नीति का उपयोग करते हैं. इस तरह की चीजों की खेल या समाज में बिल्कुल भी जगह नहीं है. इस तरह के मामले जब भी सामने आएंगे उन्हें गंभीरता से लिया जाएगा.'
बॉल टेंपरिंग की घटना के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने खिलड़ियों के आचरण को लेकिर बेहद सजग हो गया है.