भारतीय क्रिकेट में होने वाला हर विवाद अब बीसीसीआई को चला रही प्रशासकों की समिति यानी सीओए के दोनों सदस्यों यानी विनोद राय और डायना एडुलजी के टकराव तक पहुंच रहा है. एक टॉक शो में अभद्र बातचीत करने के आरोपी क्रिकेटर हार्दिक पांड्या ( Hardik Pandya) और केएल राहुल ( KL Rahul) के खिलाफ होने वाली जांच और उनको दी जाने वाली सजा के लेकर डायाना एडुलजी एक बार फिर सीओए के चीफ विनोद राय से असहमत गई हैं.
विनोद राय इस मसले की जांच सीईओ से कराना चाहते हैं और उसके बाद बोर्ड के नियमानुसार सजा का निर्धारण बोर्ड के आंतरिक लोकपाल को करना है. अभी तक बोर्ड में लोकपाल की नियुक्ति नही हो सकी है लिहाज विनोद राज ए एड-हॉक लोकपाल की नियुक्ति करके इन दोनों क्रिकेटरों की सजा निर्धारित करा सकते हैं.
मुंबई मिरर की खबर के मुताबिक 10 स्टेट एसोसिएशन ने लोकपाल की नियुक्ति के लिए स्पेशल जनरल मीटिंग बुलाने की मांग की है लेकिन डायना का मानना है कि इस मसले पर पहले ही सीओए की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली हुई है जिसकी सुनवाई 17 जनवरी को होनी है. लिहाजा डायना का मानना हे कि सुप्रीम कोर्ट को इस पूर मसले से अवगत कराकर लोकपाल की नियुक्ति का आदेश देने की मांग की जानी चाहिए.
बहरहाल यह तो माना जा रहा है कि राहुल जौहरी इस मसले की जांच कर सकते हैं लेकिन इन दोनों क्रिकेटरों की सजा का निर्धारण कौन करेगा इसका जवाब तो अब सुप्रीम कोर्ट की सुवनाई के बाद ही पता चल सकेगा.