तीरंदाजी विश्वकप में भारत के लिए शनिवार अच्छा रहा. भारत को अपने पहले पदक के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा. अभिषेक वर्मा और दिव्या दहल ने तीरंदाजी विश्व कप में कंपाउंड मिश्रित युगल में कांस्य पदक जीता. लेकिन टीम स्पर्धाओं में भारत को निराशा का सामना करना पड़ा. भारत महिला और पुरुष दोनों वर्गों में हार गया था और उसकी उम्मीद पदक के लिए वर्मा और दहल पर टिकी थी और इन दोनों ने निराश नहीं किया. उन्होंने कुछ कठिन परिस्थिति से गुजरने के बाद कांस्य पदक के प्लऑफ मैच में 154-153 से जीत दर्ज की.
इससे पहले महिला कंपाउंड टीम को कांस्य पदक के मुकाबले में इटली ने 227-222 से हराया. पुरुष कंपाउंड टीम से भारत को काफी उम्मीदें थी. पिछले महीने विश्व कप के पहले चरण में भारत को स्वर्ण पदक मिला था, लेकिन अभिषेक वर्मा, सी राजू श्रीथर और गुरविंदर सिंह की भारतीय टीम कांस्य पदक के प्लेऑफ मैच में फ्रांस के पियरे जूलियन डेलोचे, डोमिनिक जेनेट और फेबियेन डेलोबेले से 222-227 से हार गई.
इससे पहले रिकर्व वर्ग में शीर्ष वरीय दीपिका कुमार ने भारत को निराश किया. दिपीका को चौथे राउंड में चीन की लिन शी चिया ने 6-5 से हराया. लिन शी ने ही दूसरे राउंड में अंकिता भकत को 7-4 से हराया था.
एकल वर्ग के कंपाउंड मुकाबलों में भारत की ज्याति सुरेखा, स्नेहल मांधरे, दिव्या धायल का सफर दूसरे दौर में ही खत्म हो गया था