Pakistan vs Australia (Test)
सीआईसी ने जबसे बीसीसीआई को साल 2005 आरटीआई अधिनियम के अंदर आने का फैसला सुनाया है तबसे बीसीसीआई लगातार इसका विरोध कर रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत बीसीसीआई को चला रही प्रशासकों की समिति यानी सीओए के मुखिया विनोद राय बयान दे चुके है कि बोर्ड एक स्वायत्त बॉडी है और इसे आरटीआई के अंतर्गत नहीं लाया जा सकता है. विनोद राय ने यह भी कहा कि उन्हों बीसीसीआई को किसी हद कर पारदर्शी बना भी दिया है और टीम सेलेक्शन, खिलाड़ियों की चोट और डोपिंग से जुड़े मसलों के अलावा हर बात पर पब्लिक की जानकारी में रखना चाहते हैं.
अब बीसीसीआई इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला कर चुकी है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पिछले हफ्ते हुई सीओए की बैठक में इस मुद्दे पर बात की गई और यह फैसला लिया गया.
जहां एक ओर बीसीसीआई सीआईसी के फैसले पर नाराज हो गई उसका यह भी मानना है कि सीओए ने इस मुद्दे पर फैसला लेने में काफी देर कर दी है. हालांकि अब बोर्ड ओर सीओए को भरोसा है कि वह सीआईसी को इस मुद्दे पर दोबारा सोचना होगा.पहले भी सीओए पर यह आरोप लगा चुका है. बोर्ड का मानना था बीसीसीआई के कानूनी प्रतिनिधित्व के अधिकार पर सीओए की ओर से जानबूझकर लापरवाही भरा रवैया अपनाया गया.