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विनोद राय की सफाई, 'कप्तान कोहली नहीं डालते गैरजरूरी दबाव'

विनोद राय- कप्तान को ही खास जिम्मेदारी निभानी होती है उसे एक सीमा तक छूट और विशेषाधिकार मिलने चाहिए

FP Staff

भारतीय क्रिकेट सर्किल में माना जाता है कि कोई भी कप्तान कितना ताकतवर हो सकता है यह बात उसके और बीसीसीआई के अध्यक्ष के बीच की केमिस्ट्री पर निर्भर होती है. सौरव गांगुली और एमएस धोनी के पावरफुल  कप्तान होने के पीछे उनके तत्कालीन अध्यक्ष क्रमश: जगमोहन डालमिया और एन श्रीनिवासन के साथ ट्यूनिंग की नजीर भी पेश की जाती है.

हाल के दिनों में विराट कोहली बेहद ताकतवर कप्तान बनकर उभरे हैं तो उसके पीछे भी सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति यानी सीओए के मुखिया विनोद राय का वरदहस्त होने की बात कही जाती है. कभी सीओए के सदस्य रहे इतिहासकार रामचंद्र गुहा तो खुलकर कह चुके हैं कि बोर्ड के पॉलिसी मेकिंग फैसलों में विराट कोहली की जोरदार दखलअंदाजी रहती है लेकिन विनोद राय ने सफाई दी है कि कोहली बोर्ड के फैसले में कोई भी गैरजरूरी दखल नहीं देते हैं.


पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में विनोद राय का कहना है, ‘कोई भी कप्तान टीम पर कुछ निश्चित प्रभाव डालता है. मैं एक निश्चित सीमा तक इस तरह की छूट और अधिकार देने के पक्ष में हूं. आखिरकार कप्तान को ही खास जिम्मेदारी निभानी होती है.’

पिछले साल हेड कोच अनिल कुंबले के इस्तीफे के वक्त इस बात की चर्चा थी कि कोहली के दबाव में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा लेकिन विनोद राय का कहना है, ‘ मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कोई भी मेरे पास यह शिकायत लेकर नहीं आया कि विराट ने इस तरह से प्रभाव डाला जो कि कप्तान को मिले अधिकारों से इतर हो.’

विराट कोहली के अफगानिस्तान टेस्ट को छोड़कर काउंटी क्रिकेट खेलने के फैसले का समर्थन करते हुए विनोद राय ने कहा है, ‘मैं शुरू से ही नीतिगत फैसलों में शामिल रहा हूं. साउथ अफ्रीका दौरे में हमें टेस्ट सीरीज में 1-2 से हार झेलनी पड़ी और इसको लेकर काफी आलोचना हुई कि टीम को वहां की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने का पर्याप्त समय नहीं मिला.’

उन्होंने कहा, ‘टीम प्रबंधन के साथ इसको लेकर चर्चा हुई जिसमें भारत ए के कोच राहुल द्रविड़ भी थे. इसमें विस्तृत योजना तैयार की गयी ताकि हमारे खिलाड़ी वहां जल्दी पहुंचकर मैच खेलें और सीरीज के लिये तैयार रहें. इसके अलावा अफगानिस्तान के सीईओ (शाफिक स्टेनिकजई) ने भी बयान दिया कि वे भारत से खेल रहे हैं विराट कोहली से नहीं.’

विनोद राय के इस बयान से साफ है कि वह विराट कोहली जरूरत से ज्यादा दी रही शक्तियों की बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं.