वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज क्रिस गेल ने ऑस्ट्रेलियन अखबार पर किए 3 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर करीब (दो करोड़ रुपए) मानहानि के मुकदमे को जीत लिया है. हालांकि यह मीडिया इस फैसले के खिलाफ तुरंत अपील करने की सोच रहा है. गेल पर फेयरफैक्स मीडिया ने 2016 में सिलसिलेवार लेखों में आरोप लगाया था कि वह 2015 विश्व कप के दौरान एक मसाज थेरेपिस्ट के सामने न्यूड हो गए थे.
जिसके बाद गेल ने इस अखबार पर मानहानि का मुकदमा किया था और ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में सर्वोच्च न्यायालय ने गेल को दोषा नहीं पाया था. करीब तीन माह कोर्ट ने अखबार की खबरों को झूठा बताया था. फेयरफैक्स मीडिया सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड और द ऐज का प्रकाशन करता है. उनके आरोपों का खंडन करते हुए गेल ने कहा कि वह मीडिया हाउस उन्हें बर्बाद करने के लिए यह सब किया. न्यू साउथ वेल्स सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस लूसी मैक्कलम ने कंपनी को भुगतान का निर्देश देते हुए कहा कि इन आरोपों से गेल की साख को काफी ठेस पहुंची है.
गेल के पक्ष में उनके साथ ड्वेन स्मिथ ने सबूत दिए थे कि 11 फरवरी 2015 को वो भी ड्रेसिंग रूम में मौजूद थे, जिस समय का गेल पर आरोप लगाया गया. उन्होंने इसके सबूत भी दिए कि उस समय ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. गेल पर मसाज थेरेपिस्ट ने आरोप लगाया था कि उन्होंने वेस्टइंडीज टीम के ड्रेसिंग रूम में अपने मसाज टेबल को लगाकर जब वह लंच के लिए वापस लौटे रही थी, तभी गेल और स्मिथ से उनका आमना सामना हुआ. थेरेपिस्ट ने कोर्ट में उन पर आरोप लगाया था कि गेल ने उस समय टॉवेल पहन रखा था और उन्हें लगा कि अब वह शर्ट पहुंचेगे. लेकिन गेल ने उनके सामने टॉवेल हटा दिया.