विराट कोहली आईसीसी की रैंकिंग में वनडे के नंबर वन बल्लेबाज तो बन ही गए हैं. साथ ही अगर वह चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को खिताब जिता देते हैं तो टीम इंडिया भी रैंकिंग में अव्वल नंबर की टीम बन सकती है. जी हां चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद अब टीम इंडिया के पास अपने खिताब को बरकरार रखने के साथ दुनिया की नंबर वन टीम बनने का भी मौका है.
आईसीसी की मौजूदा रैंकिंग में भारतीय टीम तीसरी पोजिशन पर है . और नंबर एक पर साउथ अफ्रीका और नंबर दो पर ऑस्ट्रेलिया काबिज हैं. ये दोनों ही टीमें चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो चुकी हैं और ऐसे में कोहली की टीम के पास वनडे में नंबर की बादशाहत को हासिल करने का सुनहरा मौका है.
हालांकि ऐसा नहीं है कि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी में अपने बाकी दोनों मुकाबले यानी सेमीफाइनल और फाइनल जीत कर नंबर वन बन जाएगी. आईसीसी की मौजूदा रैंकिंग का गणित कुछ इस तरह है कि भारत को पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान पर इंग्लैंड की जीत की दुआ करनी होगी. और उसके बाद अगर टीम इंडिया, मेजबान इंग्लैंड को मात देकर चैंपिंयस ट्रॉफी का खिताब बरकरार रखती है तो तौहफे में उसे नंबर वन टीम का तमगा भी मिल सकता है.
आइए आपको रैंकिंग का गणित समझाते है.
वर्तमान में साउथ अफ्रीका 119 पॉइंट्स के साथ नंबर वन पोजिशन पर है और ऑस्ट्रेलिया 117 पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर है .वहीं भारतीय टीम 117 अंकों के साथ तीसरी पोजिशन पर है. अब अगर..
भारतीय टीम फाइनल में इंग्लैंड को हराती है तब वह 119 पॉइंट्स के साथ नंबर वन हो जाएगी.
अगर फाइनल में भारत पाकिस्तान को हराता है तब भी उसके 119 पॉइंट्स ही होंगे लेकिन तब टीम इंडिया दशमलव गणना के आधार पर साउथ अफ्रीका से नीचे यानी दूसरी पोजिशन पर रह जाएगी.
अगर भारत फाइनल में इंग्लैंड या पाकिस्तान से हारता है तब टीम इंडिया के 116 पॉइंट्स ही रह जाएंगे.
और अगर भारत सेमीफाइनल में बांग्लादेश से हार जाए तब टीम इंडिया 115 पॉइंट्स के साथ चौथी पोजिशन पर खिसक जाएगी.
यानी चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले टीम इंडिया की रैंकिंग की किस्मत को बना या बिगाड़ सकते हैं. ऐसे में कोहली एंड कंपनी की कोशिश तो यही होगी कि वे फाइनल में इंग्लैंड को हरा कर नंबर वन की कुर्सी भी हासिल करें.