भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने सोमवार को एक न्यूज चैनल से कहा कि अगर सरकार की सहमति होती है, तो पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज संभव है.
चौधरी ने कहा, ‘हम पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज के खिलाफ नहीं हैं लेकिन सब कुछ सरकार की अनुमति पर निर्भर करता है. सरकार की अनुमति के बगैर पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज संभव नहीं है.’
साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद से और सीमा पर पाकिस्तानी सेना के बार-बार सीजफायर के उल्लंघन करने के कारण भारत-पाक के क्रिकेट के रिश्तों में कड़वाहट पैदा हुई है, जिसके बाद भारतीय टीम ने 2007 के बाद पाकिस्तान से केवल एक बार 2012 में द्विपक्षीय सीरीज खेली है.
वहीं बीसीसीआई ने पीसीबी के साथ फ्यूचर टूर प्रोग्राम के तहत 2014 में समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके तहत भारतीय टीम और पाकिस्तानी टीम के बीच 2015 से लेकर 2023 के बीच 6 द्विपक्षीय सीरीज खेली जानी हैं. बीसीसीआई और पीसीबी के बीच हुए इस समझौते के बाद पाकिस्तान से दो सालों में तो कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो पाई हैं.
पिछली बार पाकिस्तान और भारत के बीच दिसम्बर, 2012 में द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन हुआ था. इस श्रृंखला के लिए पाकिस्तान की टीम भारत आई थी और दोनों टीमों के बीच तीन वनडे सीरीज और दो टी-20 सीरीज खेली गईं थी. वही दोनों टीमों ने आखिरी टेस्ट मैच 2007 में खेला था. इसके बार पाकिस्तान की ओर से आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट रिश्तों को दूर रखा हुआ है.