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चैंपियंस ट्रॉफी 2017: भारत-पाकिस्तान फाइनल मैच रचेगा टेलीविजन का नया इतिहास

करीब 20 करोड़ दर्शकों ने देखा था चार जून को भारत-पाकिस्तान का मुकाबला

FP Staff

यूं तो चैंपियंस ट्रॉफी इससे पहले सात बार खेली जा चुकी. सात बार फाइनल में टीमें भिड़ चुकी हैं. लेकिन इस बार सबसे बड़ा फाइनल होने जा रहा है. यह फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच होगा. यह मुकाबला सबसे बड़ा मुकाबला क्यों होगा ऐसा कहने के लिए हमारे पास इसकी वजह भी है और वह वजह है टीवी व्यूअरशिप.

जी हां. चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ही चार जून ग्रुप बी के लीग मुकाबले में भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के आमने -सामने थे. इस मुकाबले को देखने के लिए मैदान तो हाउसफुल था ही लेकिन टीवी पर इस मैच को रिकॉर्ड तोड़ दर्शकों ने देखा.


टेलीविजन व्यूअरशिप का हिसाब किताब रखने वाली संस्था बार्क ने ताजा आंकड़े जारी किए हैं. ये आंकड़े बताते है कि क्यों क्रिकेट के मैदान पर भारत –पाकिस्तान की टक्कर सबसे बड़ी टक्कर है. बार्क के मुताबिक चार जून को खेले गए इस मुकाबले की भारत में पहुंच करीब 201 मिलियन लोगों तक थी. या अगर दूसरे शब्दों में कहें तो इसे करीब 20 करोड़ लोगों ने देखा.

आंकड़ों के मुताबिक इस मैच के दौरान किसी भी वक्त करीब 47.45 मिलियन इंप्रैशन थे. यानी हर वक्त करीब पांच करोड़ लोग इसे देख रहे थे. किसी भी क्रिकेट मुकाबले के लिए टीवी दर्शकों का यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.

भारत और पाकिस्तान के इस महा मुकाबले के आगे आईपीएल भी पीछे छूट गया. बार्क के मुताबिक इस मैच की व्यूअरशिप, इस साल के आईपीएल के करीब 30 मैचों की व्यूअरशिप के बराबर रही. यानी अकेला भारत पाकिस्तान का मुकाबला आधे आईपीएल पर भारी पड़ गया.

और अब बारी है चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले की. मैदान पर फिर से भारत और पाकिस्तान आमने सामने होंगे. ऐसे में उम्मीद है कि यह फाइनल मुकाबला, व्यूअरशिप के हिसाब से ऐसा रिकॉर्ड  बनाएगा जिसे तोड़ना किसी भी स्पोर्टिंग इवेंट के लिए मुश्किल हो जाएगा.