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ब्रांड विराट कोहली - पूरे बाजार पर एकछत्र राज

कपिल देव से शुरू हुई थी क्रिकेट में ब्रांडिंग, उसके बाद सचिन तेंदुलकर छाए रहे और सही मायने में खिलाड़ियों की बाजार में उनके वैल्यूएशन की शुरुआत यही से हुई

Neeraj Jha

क्रिकेट में हर दशक में किसी एक भारतीय खिलाड़ी ने पूरे बाजार और ब्रांड पर अपना कब्जा कर रखा है. 80 के दशक में कपिल देव का राज था. "पामोलिव का जवाब नहीं" का विज्ञापन को कौन भूल सकता है. 90 से 2003 -04 तक सचिन तेंदुलकर छाये रहे और सही मायने में खिलाड़ियों की ब्रांडिंग और बाजार में उनके वैल्यूएशन की शुरुआत यही से हुई. 2004 से 2014 महेंद्र सिंह धोनी के नाम रहा और धोनी की जिस तरह से ब्रांडिंग की गई वो अपने आप में काबिले तारीफ थी और इसका उदहारण तो मैनेजमेंट गुरु भी अपने क्लासेज में देते हैं.

पर 2014 के बाद का समय पर तो विराट कोहली का ही अकेला कब्जा है और उनको टक्कर देने के लिए भी कोई आसपास नहीं है. कपिल के समय तो कम से कम सुनील गावस्कर थे. सचिन के समय सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ उन्हें कम्पटीशन दे रहे थे. धोनी के टाइम में युवराज सिंह और कुछ हद तक वीरेंद्र सहवाग. लेकिन विराट को टक्कर देने वाले जोड़ीदार की खोज अभी भी जारी है.


मेसी को पछाड़ा, फोर्ब्स सूची में 7वें स्थान पर

आपको सुनकर ये हैरानी तो जरूर हुई होगी जब आपने फोर्ब्स मैगजीन की सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट देखी होगी. ताज्जुब होना लाजिमी है क्योंकि जब भी किसी भारतीय खिलाड़ी का नाम इस सूची में आता है तो इसे एक बहुत बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जाना चाहिए. और इस से भी बड़ी बात, जब हमारे खिलाड़ी दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी सरीखे प्लेयर को पीछे छोड़ देते हैं. जी हां, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली दुनिया के सबसे कीमती स्पोर्ट्स एथलीट की सूची में मेसी से भी आगे निकल गए हैं.

कोहली फोर्ब्स की सूची में 7वें पायदान पर काबिज हैं, जबकि मेसी 9वें नंबर पर हैं. कोहली और मेसी के बीच आठवें स्थान पर आयरिश गोल्फर रॉरी मैक्लरॉय हैं. कोहली ने पहली बार इस लिस्ट में जगह बनाई है. उनकी ब्रैंड वैल्यू 14.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, वहीं मेसी की ब्रैंड वैल्यू 13.5 मिलियन डॉलर है.

दिग्गज टेनिस प्लेयर रोज फेडरर 37.2 मिलियन डॉलर के साथ टॉप पर हैं. उनके बाद बास्केटबॉल स्टार लेब्रॉन जेम्स हैं और जमैका के उसेन बोल्ट 27 मिलियन डॉलर की ब्रैंड वैल्यू के साथ तीसरे नंबर पर हैं. डफ ऐंड फेल्प्स की सूची के अनुसार भी 28 वर्षीय कोहली ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को हटाकर भारत में मोस्ट वैल्यूड सेलिब्रिटी ब्रैंड का रुतबा तो एक साल पहले ही हासिल कर लिया था.

विराट कोहली से ब्रांड कोहली तक का सफर

विराट कोहली की क्रिकेट करियर के शुरुआत में ही उनके ऊपर "बैड बॉय" का टैग लग गया था. हालांकि जो उन्हें करीब से जानते हैं उन्हें पता है की वो एक बेहतरीन इंसान हैं, लेकिन मीडिया में आपकी कुछ ऐसी छवि बना दी जाती है की उस से उबरना आसान नहीं होता है. विराट जितना मैदान पर आक्रामक दिखते हैं वैसे मैदान के बाहर बिल्कुल ही नहीं है. लेकिन कुछ ऐसी घटनाओं ने उनकी एक अलग ही तस्वीर बना दी हैँ, खैर तस्वीर कोई भी बने, लेकिन जिस तरह से पिछले कई सालों से अपने बल्ले से जादुई पारियां खेल रहे हैं वो अपने आप में अनोखा है. भारत को कई जीतें अपने दम पर दिलाई हैं और आज उनकी गिनती दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में होती है. आज की तारीख में वह भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े खिलाड़ी है.

मुझे याद है जब 2008 में वह श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला मैच खेलने दांबुला पहुंचे थे. मैं उस समय टेनस्पोर्ट्स की लाइव कवरेज टीम का हिस्सा था. भले ही ये उनका पहला मैच था, लेकिन उनके आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं दिख रही थी. उनके चलने और बातचीत करने का तरीका बाकी खिलाड़ियों से काफी अलग था और वह ज्यादातर रोहित शर्मा के साथ ही रहते थे. रोहित भी टीम में नए थे, कोहली से सिर्फ एक साल ही पुराने. उस समय सचिन तेंदुलकर युग ढलान पर था और धोनी युग की धमाकेदार शुरुआत हो चुकी थी. हालांकि उस सीरीज में वह बल्ले से कुछ ज्यादा कमाल नहीं कर पाए, सिर्फ एक अर्धशतक ही हाथ लगा, लेकिन क्रिकेट के फैंस को कही न कही ये लगने लगा था की विराट लंबी रेस का घोड़ा हैं.

2008 से 2011 तक धोनी युग था

हालांकि 2008 से 2011 तक धोनी युग था और उस समय धोनी और युवराज का ही सिक्का चल रहा था. विराट समय समय पर अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीतते रहे. कई मुकाबलों में अकेले अपने दम पर टीम को जीत दिलाई, इसके साथ साथ वह धोनी की शागिर्दी में कप्तानी के गुर भी सीख रहे थे. 2011 वर्ल्ड कप में मिली जीत ने रातों रात अपेक्षाकृत नए खिलाड़ी विराट कोहली को अच्छे खासे ब्रांड के तौर पर स्थापित कर दिया. उसके बाद से ही कोहली की इमेज एक जुझारू, जुनूनी, आक्रामक और टीम के लिए खेलने वाले खिलाड़ी की बन गई. पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बाद तो जुमले भी बनने लगे की, "बार्डर पर हमें गोली से डर नहीं लगता साहेब, हमें तो कोहली से डर लगता है."

हालांकि उन्हें टेस्ट मैच में खेलने का मौका काफी देर से मिला, कायदे से पूरे तीन साल लग गए, लेकिन अपने आठवें और दसवें टेस्ट मैच में ही शतक जड़कर दुनिया को ये बता दिया की वह हर फॉर्मेट के राजा हैं. और अगले तीन साल में ही अपने बेहतरीन प्रदर्शन से कप्तानी भी हासिल कर ली. 2014 के बाद से ब्रांड कोहली में एक नया उछाल आया, वह एक यूथ आइकॉन के तौर पर पूरी तरह से स्थापित हो गए. पेप्सी, ऑडी, एमआरएफ, अमेरिकन टूरिस्टर जैसे कई नेशनल और इंटरनेशनल ब्रांड्स पर उनका कब्जा हो गया. और ऐसी उम्मीद ही जा रही है अगले दो सालों में इसमें और भी इजाफा होगा.

ब्रांड बनने के लिए चाहिए सालों की मशक्कत

कोई भी खिलाड़ी ब्रांड रातों रात नहीं बनता. इसके लिए कई सालों की मशक्कत और मैदान पर खून पसीना बहाना पड़ता है. विराट एक परिश्रमी खिलाड़ी हैं और अपने मेहनत की बदौलत आज वह इस मुकाम पर पहुंचे है. आए दिन वह रिकॉर्ड के पन्नों में तब्दीली करने से नहीं चूकते और अपने ज़बरदस्त खेल से सफलता की एक नई इबारत लिख रहे हैं. अपने शानदार पर्सनैलिटी और खेल की वजह से आज दुनिया भर में उनके करोड़ों प्रशंसक हैं.यहां तक की पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी उनके चाहने वालों की कमी नहीं है. कई चाहने वाले तो इस वजह से पाकिस्तान में सलाखों के पीछे हैं.

कोहली को मैनेज करने वाली कंपनी कॉर्नरस्टोन स्पोर्ट्स ने ना सिर्फ उन्हें एक बेहतरीन ब्रांड के रूप में तैयार किया, बल्कि उनसे कई उम्दा निवेश भी करवाए हैं. विराट कोहली की इंडियन सुपर लीग टीम एफसी गोवा और आईपीटीएल टीम यूएई में भी हिस्सेदारी है. इसके अलावा उनका अपना एक निजी ब्रांड भी है रांग. वह कई फिटनेस सेंटर और जिम चेन के भी सह मालिक हैं.

सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी भी जब शिखर पर थे तो उनकी बाजार में इतनी वैल्यू नहीं थी जितनी आज विराट की है. जिस तरह की फॉर्म में आजकल विराट हैं और ब्रांड कोहली जिस तरह से बाजार पर अपनी पकड़ बना रही है उससे तो लगता है 2019 वर्ल्ड कप तक उनका नाम फोर्ब्स लिस्ट में टॉप तीन खिलाड़ियों में शुमार हो जाना चाहिए. और हमें भी उस शुभ दिन का इंतजार रहेगा.

फोर्ब्स की सूची

2017 में दस सबसे ज्यादा कमाई करने वाले खिलाड़ी

1. रोजर फेडरर : $37.2m

2. लेब्रॉन जेम्स : $33.4m

3. यूसेन बोल्ट : $27m

4. क्रिस्टियानो रोनाल्डो : $21.5m

5. फिल मिकलेसन : $19.6m

6. टाइगर वुड्स : $16.6m

7. विराट कोहली : $14.5m

8. रॉरी मैक्लरॉय : $13.6m

9. लियोनल मेसी : $13.5m

10. स्टेफ करी : $13.4m

(लेखक करीब दो दशक से खेल पत्रकारिता में सक्रिय हैं और फिलहाल टेन स्पोर्ट्स से जुड़े हुए हैं. इस आलेख में प्रकाशित विचार उनके अपने हैं. आलेख के विचारों में फर्स्टपोस्ट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)