कप्तान संजू सैमसन के 128 रन की बदौलत बोर्ड अध्यक्ष एकादश और मेहमान श्रीलंकाई टीम के बीच दो दिवसीय अभ्यास मैच ड्रॉ रहा. कोलकाता में खेले गए मैच में श्रीलंका ने पारी नौ विकेट पर 411 रन पर घोषित की, इसके जवाब में बोर्ड अध्यक्ष एकादश की टीम दूसरे दिन रविवार को लंच तक 31 रन पर दो विकेट गंवाकर जूझ रही थी. लेकिन सैमसन ने संयम से पारी आगे बढ़ाई और अपनी टीम को पांच विकेट पर 287 रन पर पहुंचाने में मदद की. इसके बाद 75 ओवर के बाद दोनों कप्तानों ने ड्रॉ स्वीकार लिया. सैमसन ने अपनी 143 गेंद की पारी के दौरान 19 चौके और एक छक्का जड़ा.
नमन ओझा के चोट के कारण नहीं खेलने से सैमसन को मैच से पूर्व ही कप्तान नियुक्त किया गया था. केरल के इस युवा ने बड़े मैच जैसा शानदार जज्बा दिखाया और श्रीलंका के टेस्ट आक्रमण का आसानी से सामना किया. सैमसन ने तीन उपयोगी साझेदारियां निभाकर बोर्ड अध्यक्ष की पारी को आगे बढ़ाया. उन्होंने पहले जीवनजोत सिंह (35) के साथ 68 रन, रोहन प्रेम (39) के साथ 71 रन और बावंका संदीप (33) के साथ 85 रन की भागीदारी निभाई.
पिच से गेंदबाजों को जरा भी मदद नहीं मिल रही थी, ऐसे में श्रीलंका ने अपने दस गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, जिसमें नियमित विकेटकीपर निरोशन डिकवेला भी शामिल रहे जिन्होंने मैच का अंतिम ओवर फेंका. शीर्ष ऑराउंडर एंजेलो मैथ्यूज हालांकि अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी करते हुए नहीं दिखे. वह पिंडली की चोट से उबर रहे हैं जिससे उन्हें पूरी पाकिस्तानी सीरीज से हटने के लिए बाध्य होना पड़ा.
गेंदबाजी कोच रूमेश रत्नायके ने कहा कि मैथ्यूज 16 नवंबर से ईडन गार्डेंस में शुरू हो रही आगामी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में गेंदबाजी नहीं करेंगे. रत्नायके ने कहा, ‘उन्हें गेंदबाज के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, क्योंकि हमारे पास गेंदबाजी ऑराउंडर स्थान के लिए काफी विकल्प हैं.’ श्रीलंका के गेंदबाजी आक्रमण के लिए दिन हताशाजनक रहा, सिर्फ नई गेंद से गेंदबाजी करने वाले लाहिरू गामागे ही 41 रन में दो विकेट हासिल कर प्रभावशाली रहे. इस मध्यम गति के गेंदबाज ने तन्मय अग्रवाल (16) और अनमोलप्रीत सिंह (03) के लगातार ओवरों में विकेट झटके और उन्हें अच्छी शुरूआत कराई. लेकिन इसके बाद सैमसन ने लय हासिल कर 63 गेंद में अर्धशतक जड़ा.
सैमसन ने ऑफ स्पिनर धनंजय डि सिल्वा की गेंद को कवर में दो रन के लिए भेजकर 123 गेंद में अपना शतक पूरा किया और उनकी अगली गेंद को डीप मिडविकेट पर पारी का एकमात्र छक्का जड़ा. उन्होंने विश्व फर्नांडो की बाउंसर पर अपरकट खेलने की कोशिश की, लेकिन यह गेंद उनके बल्ले को छूकर सदीरा समरविक्रमा के हाथों में समां गई, जिन्हें चाय ब्रेक से पहले डिकवेला की विकेटकीपिंग जिम्मेदारी दी गई.
इससे पहले बोर्ड के सलामी बल्लेबाज तन्मय अग्रवाल और जीवनजोत सिंह ने सतर्क शुरुआत की. लेकिन श्रीलंका ने आठ ओवर में पहला विकेट हासिल कर लिया जब गामागे ने लगातार ओवर में अग्रवाल और फॉर्म में चल रहे अनमोलप्रीत को आउट किया.