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जन्मदिन विशेष : क्रिकेट के मैदान से समाज सेवा तक हर रोल में 'जेंटलमैन' हैं रैना

सोमवार को 31 साल हुए भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना

Riya Kasana

भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना सोमवार को 31 साल के हो गए. 18 साल की उम्र में टीम इंडिया में डेब्यू किया और इसके बाद उतार-चढ़ाव भरे सफर में उन्होंने बहुत कुछ देखा है.

क्रिकेट का जेंटलमैन 


रैना को क्रिकेट का जेंटलमैन कहा जाता है. आपको कभी वह बॉल बॉय के साथ बैठे नजर आएंगे तो कभी अंपायर के साथ मस्ती करते दिखेंगे. विरोधी टीम के खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करना और वक्त पड़ने पर बिना कुछ सोचे समझे मदद के लिए आगे आ जाना यह सब रैना को इस खेल का जेंटलमैन बनाता है. अपने साथी खिलाड़ियों की उपलब्धि पर उनसे ज्यादा खुश होते आते हैं रैना.

उत्तर प्रदेश के जबरदस्त लेफ्ट आर्म बल्लेबाज सुरेश रैना आज भले ही भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे हैं, लेकिन टीम इंडिया के लिए उनके योगदान और उनके जबरदस्त प्रदर्शन और रिकॉर्ड्स को नकारा नहीं जा सकता है. रैना ने बतौर बल्लेबाज, फील्डर और गेंदबाज हर तरीके से खुद को साबित किया है.

सुरेश ऐसे बल्‍लेबाज हैं जो विकेट के बीच तेजी से दौड़ लगाकर रन बनाने के अलावा जरूरत पड़ने पर लंबे छक्‍के भी लगा सकते हैं. फील्डिंग में तो उन्हें भारत का जोंटी रोड्स कहा जाता है. खुद रोड्स कई मौकों पर उनकी तारीफ करते नजर आए हैं. यही नहीं, अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी से भी रैना रनों पर अंकुश लगाने के साथ विकेट झटकते हैं.

रैना के ऐसे रिकॉर्ड जो उन्हें बेहतरीन बल्लेबाज बनाते हैं 

1. इस स्टार बल्लेबाज़ ने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाया था. वह ऐसा करने वाले भारत के 12वें खिलाड़ी बने.

2. रैना टी 20 और वनडे विश्व कप में शतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं. जबकि वह टी 20 क्रिकेट में शतक लगाने वाले भारत के पहले और दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं. कोहली और धोनी जैसे धाकड़ बल्लेबाज भी अभी तक टी-20 में सेंचुरी नहीं लगा पाए हैं.

3. रैना क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ भी हैं.

4.  सुरेश रैना को आईपीएल में सर्वाधिक 4540 रन बनाने का श्रेय हासिल है.

बतौर कप्तान भी रहे हैं सफल

उनके नेतृत्‍व में गुजरात लायंस टीम ने पहले सीजन में ही शानदार प्रदर्शन से हर किसी को प्रभावित किया था. वर्ष 2005 में श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में वनडे करियर का आगाज करने वाले रैना ने अब तक 223 मैचों में 35.46 के औसत से 5568 रन (स्‍ट्राइक रेट 93.76) बनाए हैं, जिसमें पांच शतक शामिल हैं. यही नहीं, गेंदबाजी और फील्डिंग में भी कुशलता का होने का परिचय देते हुए वह इस फॉर्मेट में 36 विकेट और 100 कैच ले चुके हैं.

समाज के लिए भी करते हैं काम

सुरेश रैना ने इस साल (2017) अपनी बेटी के नाम पर ग्रेसिया रैना फाउंडेशन का गठन किया है जो कि मां और बच्चों के मानसिक और शारीरिक मुद्दों को लेकर देश भर में जागरूकता फैलाता है. इस फाउंडेशन के जरिए प्रियंका चौधरी रैना गरीब महिलाओं को सशक्त बनने और बच्चों से संबंधित अहम फैसले खुद लेने के लिए भी प्रेरित करती हैं. साथ इसके जरिए गरीब महिलाओं को प्रेग्नेंसी, बच्चे और बच्चे के जन्म के दौरान और बाद में स्वस्थ खानपान के बारे में जागरूक भी करती हैं. रैना में अभी काफी क्रिकेट बाकी है. आज कल वह अपनी फिटनेस पर पूरा ध्यान  दे रहे हैं. उम्मीद है कि वह जल्द ही भारतीय टीम में वापसी करेंगे.