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जन्मदिन विशेष: जब स्विंग के सुल्तान इरफान पठान ने पाकिस्तान की उड़ाई धज्जियां

इरफान पठान आज 33 साल के हो गए हैं

Lakshay Sharma

साल 2003 की बात है भारतीय टीम में एक ऐसे गेंदबाज ने जगह बनाई जिसकी कहानी बिल्कुल फिल्मी है. बचपन में गरीबी से लड़ कर उन्होंने जिस तरह भारतीय ड्रेसिंग रूम में अपनी जगह बनाई वह काबिले तारीफ है. इस खिलाड़ी का नाम है इरफान पठान. इरफान 27 अक्टूबर 2017 को 33 साल के हो गए.

ये वो ही इरफान पठान है, जिसने पाकिस्तान के पूर्व बड़बोले बल्लेबाज जावेद मियांदाद के बयान का करारा जवाब देते हुए टेस्ट मैच में पहले ही ओवर में हैट्रिक ली थी. मियांदाद ने 2006 में कहा था कि इरफान पठान जैसे गेंदबाज हर गली में घूमते हैं.


टीम में जगह बनाते ही इस गेंदबाज की तुलना पाकिस्तान के महान गेंदबाज वसीम अकरम से होने लगी, और शुरुआत में वह बिल्कुल वसीम अकरम की तरह गेंदबाजी करते थे. इरफान की स्विंग के आगे बड़े से बड़े बल्लेबाज घुटने टेक देते.

2003 में जहीर खान के चोटिल होने के बाद इरफान ने टेस्ट डेब्यू किया. पठान ने एडीलेड में दूसरा टेस्ट मैच खेला, लेकिन तीसरे टेस्ट में उन्हें ड्रॉप कर दिया गया. चौथे टेस्ट में उन्हें फिर से प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया. इस मैच में पठान ने गिलक्रिस्ट, रिकी पोन्टिंग और स्टीव वॉ को आउट किया.

वह अपने करियर के पहले तीन-चार साल बेहद अहम सदस्य रहे. गेंदबाजी के साथ-साथ पठान ने अच्छी बल्लेबाजी भी की. यही वजह है कि टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल के कार्यकाल में उन्हें ओपनिंग करने का भी मौका मिला.

क्रिकेट पंडित मानते थे कि पठान पर ऑल राउंडर कपिल देव का जबरदस्त प्रभाव पड़ा है. पठान अपनी संक्षिप्त सफलता के बावजूद टॉप तक पहुंचे. एक समय उन्हें कपिल देव का उत्तराधिकारी माना जा रहा था लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका. लगातार चोटों और प्रदर्शन में अनियमितता ने उनके करियर की रफ्तार को थाम दिया.

इरफान और युसूफ बड़ौदा में एक मस्जिद के निकट बड़े हुए हैं. इनका परिवार संपन्न परिवार नहीं है, लेकिन पूरा परिवार एक-दूसरे के करीब है. इरफान ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, हमारे पिता कहते हैं कि वह बहुत भाग्यशाली हैं, लेकिन हम कहते हैं कि हम बहुत भाग्यशाली हैं जो ऐसे परिवार में जन्म लिया. हमने अपने पिता से कभी कोई शिकायत नहीं की. हमारे पिता ने कभी हमें किसी चीज के लिए मना नहीं किया. वे हमारे लिए सब कुछ करते हैं.

पाकिस्तान के खिलाफ चमके इरफान

पाकिस्तान के खिलाफ 2004 और 2006 की दोनी सीरीज में पठान ने शानदार प्रर्दशन किया. कराची में 2006 में हुए तीसरे टेस्ट में पठान ने पहले ही ओवर में हैट्रिक ली. ऐसा करने वाले वह पहले खिलाड़ी थे. उन्होंने सलमान बट्ट, यूनुस खान और मोहम्मद युसुफ को आउट किया था.

कपिल देव और इरफान पठान की तुलना यूं तो अजीब सी है, लेकिन फिर भी अगर ये तुलना की जाए तो काफी दिलचस्प बातें नजर आती हैं. टेस्ट मैचों में कपिल का औसत 31.5 का है और वन डे उनका औसत 23.79 का है. जबकि इरफान का टेस्ट में औसत 31.57 का और वन डे में 23.39 का रहा है. इसके बावजूद इरफान का करियर कपिल के करियर से कोसों दूर दिखाई पड़ता है.

2007 टी20 वर्ल्डकप फाइनल में बने मैन ऑफ द मैच

वैसे तो इरफान ने 2007 के टी20 वर्ल्डकप के हर मैच में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन फाइनल में उन्होंने पाकिस्तान के मिडिल ऑर्डर की कमर ही तोड़ दी.

इस मैच में इरफान ने 4 ओवरों में सिर्फ 16 रन देकर 3 विकेट लिए. उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया. उन्होंने शोएब मलिक (8), शाहिद आफरीदी (0) और यासिर अराफात (15) के विकेट लिए और भारत पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रहा