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पीसीबी को मुआवजा तो मिला नहीं, अब बीसीसीआई मुकदमे का खर्चा वसूलने के लिए दायर करेगा मामला

बीसीसीआई ने कहा कि वह पीसीबी से मुकदमे का खर्च वसूलने के लिए आईसीसी की विवाद निवारण समिति के समक्ष मामला दायर करेगा

FP Staff

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के खिलाफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा दाखिल किए मामले को खारिज कर दिया है. द्विपक्षीय सीरीज से जुड़े सहमति पत्र (एमओयू) का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाते हुए पीसीबी ने अपने दावे के तहत बीसीसीआई से 447 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी. इस एमओयू के तहत भारत को वर्ष 2015 से 2023 के बीच पाकिस्तान से छह द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थीं. बीसीसीआई ने कहा कि वह पीसीबी से मुकदमे का खर्च वसूलने के लिए आईसीसी की विवाद निवारण समिति के समक्ष मामला दायर करेगा.

बीसीसीआई ने बयान में कहा, ‘दुबई में तीन दिन तक दोनों पक्षों के साक्ष्य और जिरह पर सुनवाई के बाद, विवाद निवारण समिति ने पीसीबी के सभी दावे खारिज कर दिए और बीसीसीआई के पक्ष को स्वीकार किया जो इस आधार पर था कि बीसीसीआई का पत्र बाध्यकारी नहीं था और यह सिर्फ खेलने की इच्छा जताई गई थी. बीसीसीआई तहेदिल से विवाद निवारण समिति के फैसले का स्वागत करता है. बीसीसीआई अब पीसीबी से मुकदमे का खर्चा वसूलने के लिए विवाद निवारण पैनल की शरण में जाएगा.’


पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने आईसीसी के दावा खारिज करने के फैसले का स्वागत किया. मध्यप्रदेश के चुनावी दौरे पर इंदौर पहुंचे ठाकुर ने कहा, 'आईसीसी के इस फैसले का स्वागत करता हूं, क्योंकि बीसीसीआई से पीसीबी की मुआवजे की मांग एकदम बेतुकी थी. भारत से द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज को लेकर मुआवजा मांगने के बजाय पाकिस्तान को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि दोनों देशों के आपसी संबंध किस तरह बेहतर हो सकते हैं. पाकिस्तान को भारत विरोधी आतंकवादी घटनाओं पर रोक लगानी चाहिए. उसे अपनी सीमा से भारत में आतंकी घुसपैठ कराने का सिलसिला बंद करना चाहिए.'

अनुराग ठाकुर ने कहा, 'भारतीय दर्शक भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच तभी देखना पसंद करेंगे, जब दोनों देशों के बीच संबंध मधुर होंगे. द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज के लिए अभी वातावरण हर्गिज ठीक नहीं है.' पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खासकर पूर्व क्रिकेटर होने के नाते अपनी ओर से प्रयास करेंगे कि भारत के खिलाफ आतंकी गतिवधियों पर रोक लगाते हुए द्विपक्षीय माहौल सुधारा जाए.

(एजेंसी इनपुट के साथ)