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तो क्या कोहली एंड कंपनी की तनख्वाह बढ़ाने का फैसला वापस लेगी बीसीसीआई!

हाल ही में सीओए ने लिया है क्रिकेटरों की तनख्वाह बढ़ाने का फैसला

FP Staff

बीसीसीआई को चला रही सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति यानी सीओए की मर्जी के खिलाफ जाकर विशेष मीटिग कर रहे बीसीसीआई के अधिकारी क्रिकेटरों की उस बढ़ी हुई तनख्वाह पर भी चर्चा कर सकते हैं जिसका फैसला सीओए ने बिना इन अधिकारियों की सलाह के किया है.

समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रैस की खबर के मुताबिक 22 जून को होने वाली बीसीसीआई की एसजीएम में कोहली एंड कंपनी की तनख्वाह को बढ़ाने के मसले पर बहस  जरूर करेंगे.


सीओए ने कुछ वक्त पहले भारतीय क्रिकेटरों के कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव करके उसे चार कैटेगरीज में बांट दिया था. ए प्लस कैटेगरी वाले पांच खिलाड़ियों को 7 करोड़ रुपए, ए कैटेगरी वाले खिलाड़ियों कोसात  खिलाड़ियों को पांच करोड़ रुपए, बी कैटेगरी वाले 7 खिलाड़ियों के 3 करोड़ रुपए और सी कैटेगरी वाले कई खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपए सालाना देने का प्रस्ताव है.

बोर्ड के अधिकारियो के लगता है कि खिलड़ियो की  फीस में यह यह इजाफा काफी अधिक है और गैरवाजिब भी लिहाजा इस पर बहस होनी चाहिए.

यही नहीं बोर्ड की एंटी करप्शन यूनिट के मुखियी अजित सिंह की नियुक्ति पर भी बीसीसीआई लाल झंडी दिखा सकती है. अजीत सिंह को हाल ही में सीओए ने नीरज कुमार की जगह एसीयू का नया चीफ नियुक्त किया है लेकिन बोर्ड के अधिकारी इस फैसले से सहमत नहीं दिख रहे हैं. बोर्ड के संविधान के मुताबिक इस तरह की नियुक्तियों की इजाजत बोर्ड का आमसभा से मिलने जरूरी है.

ऐसे में अह देखना होगा कि 22 जून को होने वाली मीटिंग में खिलाड़ियों की तख्वाह में हुई बढ़ोतत्री और अजित सिंह की नियुक्ति पर बीसीसीआई क्या प्रस्ताव पास करती है.