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बीसीसीआई आखिर कब तक टालेगी लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें?

मुंबई में मीटिंग के बाद बोर्ड ने बनाई कमेटी

FP Staff

बीसीसीआई में लोढ़ा कमेटी के मुताबिक होने वाले  सुधारों में अभी और वक्त लगेगा. सोमवार को मुंबई में हुई बोर्ड की स्पेशल जनरल मीटिंग में इस सिलसिले में एक कमेटी बनाने का फैसला किया है. यह कमेटी इन सुधारों को लागू करने के प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाएगी. बोर्ड की एसजीएम के बाद कार्यकारी सैक्रेटरी अमिताभ चौधरी ने बताया कि बोर्ड मंगलवार को अपने पांच-छह सदस्य़ओं की एक कमेटी गठित करेगा जो लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू कराने का काम करेगी.

सुप्रीम कोर्ट के दस के बाद बनी रिटायर्ड जस्टिस लोढ़ा की कमेटी ने बोर्ड के ढांचे में आमूलचूल बदलाव की सिफारिशें की हैं. इन सिफारिशों में बोर्ड के पदाधिकारियों के कार्यकाल की सीमा के साथ- साथ आयुसीमा पर भी बंदिश लगाने की बात है.


इसके अलावा लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों में, बोर्ड में एक राज्य,एक वोट के सिद्धांत को भी लागू कराने की बात कही गई हैं. बीसीसीआई की तमाम यूनिट्स के बीच इस सिद्धांत को लेकर सबसे ज्यादा आपत्ति है. लोढ़ा कमेटी के सिफारिशों का जल्द से जल्द लागू कराने के लिए ही सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड के प्रशासकों की समिति यानी सीओए का गठन किया है जिसकी कमान विनोद राय का हाथों में है. हालांकि सीओए के एक सदस्य रामचंद्र गुहा इस्तीफ दे चुके हैं. और दूसरे सदस्य विक्रम लिमये भी जल्दी ही इस्तीफा देने वाले हैं.

बोर्ड की एसजीएम के बाद अब यह तय लग रहा है कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को पूरी तरह लागू होने वक्त लगेगा. ऐसे में देखना होगा कि क्या सुप्रीम कोर्ट सीओए में नए सदस्यों को शामिल करेगा या विनोद राय पूर्व  महिला क्रिकेटर डायना एडुलजी ही बोर्ड में बदलाव का काम देखेंगे..