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मोहम्मद शमी पर लगे 'रंगीन मिजाजी' के आरोप उनका करियर भी खत्म कर सकते हैं!

तेज गेंदबाज शमी की पत्नी के लगाए आरोपों के चलते ही बोर्ड ने उनका कॉन्ट्रैंक्ट रोक दिया है

FP Staff

बुधवार को बीसीसीआई की ओर से जब क्रिकेटरों के सेंट्रल कॉट्रैक्ट का ऐलान किया तो उसमें जो खिलाड़ी जगह नहीं बना सके सबसे चौंकाने वाला नाम मोहम्मद शमी का था. बुधवार सुबह ही शमी पर उनकी पत्नी द्वारा लगाए गए एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर और डोमोस्टिक वॉयलेंस के आरोप सुखियों में छा रहे थे और शाम होते होते उनका पहला असर शमी के कॉन्ट्रैंक्ट पर दिखाई दिया.

आरोपों की वजह से हुए बोर्ड के कॉन्ट्रैंक्ट से बाहर


हाल ही में साउथ अफ्रीका दौरे पर भारत को जोहानसबर्ग टेस्ट में जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा करने वाले शमी बीसीसीआई की कॉन्ट्रैंक्ट लिस्ट से बाहर होंगे इस बात का तो अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता था और अब बीसीसीआई की ओर से भी साफ कर दिया गया है कि शमी पर लगे उनकी पत्नी के आरोपों की वजह से ही उनका कॉन्ट्रैंक्ट रोक दिया गया है.

पीटीआई से बात करते हुए एक अधिकारी ने कहा है 'बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी की निजी जिंदगी से जुड़ी तमाम रिपोर्टों पर संज्ञान लिया है. यह पूरी तरह से निजी मामला और बीसीसीआई का इससे कोई लेना देना नहीं है. लेकिन इस मामले से जुड़ी महिला कोलकाता में पुलिस आयुक्त से मिली है तो बीसीसीआई की तरफ से यह विवेकपूर्ण होगा कि वह किसी तरह की आधिकारिक जांच का इंतजार करे.'

उन्होंने कहा, 'इसलिए फिलहाल मोहम्मद शमी का नाम आज जारी सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से हटा दिया गया. हम फिर से दोहराना चाहेंगे कि इस फैसले का शमी की एक खिलाड़ी के रूप में योग्यता से कोई लेना देना नहीं है बल्कि यह वर्तमान परिस्थितियों में बचाव के लिए लिया गया है.'

बीसीसीआई को है अपनी इमेज की चिंता

क्रिकेटरों की यह लिस्ट काफी पहले तैयार हो गई थी. बीसीसीआई की फाइनेंस कमेटी की तरफ से मोहर ना लगने का कारण इसे घोषित नहीं किया गया था. पिछले साल सितंबर में तैयार की गई इस लिस्ट को इसलिए घोषित किया गया है ताकि आईपीएल से पहले क्रिकेटरों को उनके करार के मुताबिक इन्शोयरेंस कराया जा सके.

लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों में इस तरह के मामलों के लिए एथिक्स कमेटी का प्रस्ताव दिया गया है लेकिन बोर्ड ने अभी तक ऐसी किसी कमेटी का गठन अभीतक नहीं किया है.

लिहाज बोर्ड अब इस मसले को आंतरिक तौर पर ही देखेगा.  बीसीसीआई और खासतौर से सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति यानी सीओए नहीचाहती कि अगर इस मसले पर शमी के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई हो तो उसमें बोर्ड को भी शर्मिंदा होना पड़े.

शमी के करियर पर मंडरा रहा है खतरा

अगर शमी इस मसले पर अपनी पत्नी के साथ समझौता  करने में कामयाब रहते हैं तो फिर उनका कॉन्ट्रैंक्ट बहाल कर दिया जाएगा. लेकिन अगर सह मामला लंबा खिंचता है तो बतौर क्रिकेटर शमी के करियर पर भी खतरा मंडरा सकता है.

शमी ने अपने करियर में अबतक खेले 30 टेस्ट मैचों में 110 विकेट लिये हैं 50 वनडे मैचों में उनके नाम 91 विकेट और सात टी-20  मुकाबलों में उनके नाम आठ विकेट दर्ज हैं.