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अलग-थलग पड़ा बीसीसीआई, रेवेन्यू मामले में सिर्फ श्रीलंका ने दिया साथ

आईसीसी बोर्ड मीटिंग में संवैधानिक बदलाव के विरोध में बीसीसीआई अकेले, रेवेन्यू मामले में सिर्फ श्रीलंका साथ

FP Staff

बीसीसीआई और आईसीसी के बीच चल रहे विवाद में नया मोड़ आया है. दरअसल, बीसीसीआई को जोरदार झटका लगा है. प्रशासन और राजस्व के ढांचे में बदलाव के लिए हुई वोटिंग में बीसीसीआई एक तरह से अलग थलग पड़ गई है. आईसीसी की दो दिन की बोर्ड मीटिंग दुबई में चल रही है. मीटिंग के पहले दिन बुधवार को प्रशासनिक ढांचा और रेवेन्यू मॉडल में बदलाव को लेकर वोटिंग हुई.

गवर्नेंस एंड कॉस्टीट्यूशनल चेंजेस यानी प्रशासनिक और संवैधानिक बदलाव को लेकर हुई वोटिंग में बीसीसीआई को 1-9 से शिकस्त खानी पड़ी. रेवेन्यू मॉडल पर भी बीसीसीआई का प्रस्ताव खारिज हो गया. हालांकि यहां उन्हें एक वोट ज्यादा मिला. प्रस्ताव 2-8 से गिर गया. बीसीसीआई का साथ सिर्फ श्रीलंका ने दिया.


सीनियर बीसीसीआई अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि वोटिंग हो गई है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि रेवेन्यू मॉडल में 8-2 और संवैधानिक बदलाव को लेकर 9-1 से वोटिंग हुई. बीसीसीआई इन बदलावों का विरोध करता रहा है.

सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘बीसीसीआई इन दोनों के खिलाफ रहा है. इसलिए इनके खिलाफ वोटिंग की. हम लगातार कहते रहे हैं कि हम सैद्धांतिक तौर पर बदलावों के पक्ष में नहीं हैं. इस समय हम इतना ही कह सकते हैं कि हमारे पास सारे विकल्प खुले हुए हैं. हम स्पेशल जनरल मीटिंग में जाएंगे और सारे हालात सदस्यों के सामने रखेंगे.’

इससे पहले आईसीसी ने बीसीसीआई के सामने अतिरिक्त तौर पर 100 मिलियन डॉलर देने का प्रस्ताव रखा था. पिछले साल भारतीय बोर्ड को 570 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिले थे. इसके बाद बदलाव के तौर पर बीसीसीआई को 290 मिलियन यूएस मिलने थे, जो पिछले साल से 280 मिलियन डॉलर कम था.