साल 2024 के ओलिंपिक खेलो में क्रिकेट को शामिल किए जाने को लेकर आईसीसी बीसीसीआई की सहमति का इंतजार कर रही है लेकिन इस बोर्ड इस मसले पर अपने रुख से पीछे हटने के मूड में नजर नहीं आ रहा है.
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के बनाई प्रशासकों की समिति यानी सीओए के साथ हुई बीसीसीआई की मीटिंग में इस मसले पर बोर्ड के फैसले को आमसभा के लिए टाल दिया गया है. यानी फैसला बीसीआई को ही करना है पहले से ही ओलिंपिक में शामिल होने के खिलाफ रही है.
आपको बता दें कि आईसीसी और आईओसी टी20 क्रिकेट को ओलिंपिक में शामिल करना चाहते हैं. बीसीसीआई इसके लिए सहमत नहीं है. बीसीसीआई के ओलिंपिक में शामिल न होने का मुख्य कारण उसकी स्वायत्ता है. बीसीसीआई नहीं चाहती कि उसकी स्वायत्ता पर कोई खतरा पैदा हो.
बीसीसीआई के विरोध का दूसरा कारण राजस्व को लेकर है,क्योंकि अगर बीसीसीआई आईओए में शामिल होता है तो उसे अपना राजस्व बांटना होगा, जो बीसीसीआई बिल्कुल भी नहीं चाहता. आईसीसी, बीसीसीआई को राजी करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. बीसीसीआई जैसे धनी बोर्ड और भारत जैसी बड़ी टीम के बिना क्रिकेट के किसी बड़े टूर्नामेंट की कल्पना करना भी मुश्किल है.