view all

बीसीसीआई के अधिकारियों और विनोद राय के बीच की राजनीति में फंसे रत्नाकर शेट्टी

अमिताभ चौधरी ने रत्नाकर शेट्टी को सीओए की मंजूरी के बिना दिया तीन महीने का एक्सटेंशन

FP Staff

बीसीसीआई के सबसे पुराने प्रशासक रत्नाकर शेट्टी बोर्ड के अधिकारियों और सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति यानी सीओए के बीच की राजनीति में फंसते दिखाई दे रहे हैं.

सीओए ने बोर्ड के जिन एक्टिंग सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी को हाशिए पर धकेल दिया है, उन्होने पलटवार करते हुए महाप्रबंधक( खेल विकास) प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी को तीन महीने का एक्सटेंशन दे दिया है. शेट्टी को पिछली बार भी एक्सटेंशन दिया गया था लेकिन इस बार यह मामला थोड़ा अलग है.


इस बार शेट्टी को दिए गए विस्तार की वैधता पर सवालिया निशाना बना रहेगा क्योंकि इसे सीओए प्रमुख विनोद राय की मंजूरी नहीं मिली है.

सीओए ने भ्रष्टाचार रोधी इकाई( एसीयू) के पूर्व प्रमुख नीरज कुमार को दो महीने का एक्सटेंशन देते हुए शेट्टी को एक्सटेशन देने के अमिताभ चौधरी के अनुरोध को नकार दिया था.

शेट्टी बोर्ड से पिछले तीन दशक से भी ज्यादा समय से जुड़े हुए हैं. नतीजतन नाराज चौधरी ने एसीयू के नये प्रमुख अजित सिंह की नियुक्ति पर हस्ताक्षर ना करने का फैसला किया था. सीओए के निर्देश पर सीईओ राहुल जौहरी ने नियुक्ति को मंजूरी दे दी थी.

अजित सिंह ने कार्यभार संभाल भी लिया है. ऐसे में अब देखना होगा कि रत्नाकर शेट्टी के मसले पर सीओए की ओर से क्या रुख अपनाया जाता है.